अग्निपथ योजना को लेकर भाजपा सांसद वरुण गांधी अपनी ही सरकार पर निशाना साध रहे हैं। सोमवार को उन्होंने एक वीडियो शेयर कर कहा कि भारत सरकार हर साल अभ्यर्थियों द्वारा दी जाने वाली केवल परीक्षा फीस से ही 1300 करोड़ रुपये कमाती है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में एक करोड़ से अधिक सरकारी पद रिक्त हैं।
उन्होंने पीएम मोदी से अपील करते हुए कहा कि मैं प्रधानमंत्री जी से निवेदन करना चाहता हूं, हम लोग नई 10 लाख नौकरियां बनाए, उससे पहले जो एक करोड़ पद खाली हैं, अगर उसकी भरपाई करें तो लगभग 5 से 10 करोड़ लोग खड़े हो जाएंगे। वरुण गांधी ने कहा कि अग्निपथ योजना के बारे में पिछले दो दिनों में मुझे फेसबुक और ट्विटर के जरिए अपनी समस्याएं बताई हैं।
बता दें कि इस वीडियो को शेयर करते हुए अग्निवीरों के भविष्य पर चिंता जाहिर की। वरुण गांधी ने लिखा, “जब एक नौजवान का सपना मरता है, तो पूरे देश का सपना मरता है। क्या 4 साल के पश्चात अग्निवीरों का सम्मानजनक पूनर्वास होगा? मेरा मानना है कि जब तक समाज के आखिरी व्यक्ति की आवाज न सुनी जाए, तब तक कोई भी कानून का निर्माण न हो।”
बता दें कि अग्निपथ योजना को लेकर वरुण गांधी लगातार अपनी ही सरकार पर निशाना साध रहे हैं। इससे पहले उन्होंने भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय के एक बयान पर उन्हें नसीहत दे डाली दी थी। दरअसल मध्यप्रदेश में अग्निपथ योजना की सराहना करते हुए विजयवर्गीय ने कहा था, “मुझे अगर बीजेपी के ऑफिस में सिक्योरिटी रखना है तो मैं अग्निवीर को प्राथमिकता दूंगा।”
इसपर एक ट्वीट में वरुण गांधी ने कहा था, “जिस महान सेना की वीर गाथाएं कह सकने में समूचा शब्दकोश असमर्थ हो, जिनके पराक्रम का डंका समस्त विश्व में गुंजायमान हो, उस भारतीय सैनिक को किसी राजनीतिक दफ़्तर की ‘चौकीदारी’ करने का न्यौता, उसे देने वाले को ही मुबारक। भारतीय सेना मां भारती की सेवा का माध्यम है, महज एक ‘नौकरी’ नहीं।”
बता दें कि अग्निपथ योजना को लेकर मोदी सरकार एक ओर आगे बढती दिख रही है तो वहीं दूसरी ओर छात्र इस योजना को वापस लेने की मांग पर अड़े हैं। हालांकि 19 जून को सेना ने एक प्रेस कांफ्रेंस में साफ कर दिया है कि इस स्कीम को वापस नहीं लिया जाएगा।