भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी लगातार सार्वजनिक मंचों पर हिंदू हित के मुद्दों को उठाने वाले नेता के तौर पर जाने जाते रहे हैं। ट्विटर पर वे इन्हें लेकर काफी एक्टिव रहते हैं। इस दौरान वे केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधने में भी नहीं चूकते। हाल ही में उन्होंने एक ट्वीट के जरिए हिंदुओं की कम होती आबादी का मुद्दा उठाया और कानूनों को लेकर मोदी सरकार पर अप्रत्यक्ष रूप से हमला बोला।
दरअसल, ट्विटर पर एक यूजर ने सुब्रमण्यम स्वामी को टैग कर लिखा था कि स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने आबादी नियंत्रित करने वाले कानून की मांग के साथ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। इस मामले की सुनवाई 20 अप्रैल को होनी है। इस पर स्वामी ने हिंदुओं की समस्याओं को उठाते हुए कहा, “हिंदुओं की जनसंख्या वृद्धि दर पहले ही कम होती जा रही है। हिंदू लगातार धर्मपरिवर्तन और अवैध प्रवास के चलते कम हो रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “शिक्षित हिंदू विदेश जा रहे हैं। ऐसे में जन्मदर नियंत्रित करने का एक तरीका जीडीपी का तेज विकास दर है, जो कि 10 फीसदी हर साल पर होना चाहिए। इसके अलावा यूनिफॉर्म सिविल कोड और महिला सशक्तीकरण भी इसके तरीके हैं।”
बता दें कि स्वामी इससे पहले भी कई बार हिंदुओं से जुड़े मुद्दों पर लिखते रहे हैं। हाल ही में जब उत्तराखंड की तीरथ सिंह रावत सरकार ने राज्य के 51 मंदिरों को चार धाम देवस्थानम बोर्ड के प्रबंधन से मुक्त करने का फैसला करते हुए कहा कि बोर्ड के गठन को लेकर भी पुनर्विचार किया जाएगा, तब स्वामी ने इस हिंदुओं की बड़ी जीत करार दिया था। स्वामी ने कहा था कि यही वजह है कि भारतीय जनता पार्टी का भविष्य अन्य पार्टियों के मुकाबले बेहतर है। मैं पार्टी की तभी खुलकर आलोचना करूंगा जब वह स्थापित नीति से विचलित होगी। जब गडकरी और राजनाथ अध्यक्ष थे तब हम सार्वजनिक मंचों पर बात कर सकते थे। लेकिन अमित शाह के अध्यक्ष बनने के बाद चीजें बदल गई हैं।
