राज्यसभा से भाजपा के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक बार फिर अपनी ही पार्टी को अल्टीमेटम दे दिया है। स्वामी ने कहा है कि पार्टी अपने आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय को गुरुवार तक हटाए। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही स्वामी ने आरोप लगाया था कि मालवीय उनके खिलाफ फेक ट्वीट्स के जरिए अभियान चला रहे हैं।

सुब्रमण्यम स्वामी ने क्या कहा?
स्वामी ने अपने ट्वीट में कहा कि उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को मालवीय को हटाने के लिए समझौता प्रस्ताव दिया है। अगर मालवीय को हटाया नहीं जाता, तो इसका मतलब होगा कि पार्टी मेरा बचाव नहीं करना चाहती। उन्होंने कहा, “चूंकि, पार्टी में कोई फोरम नहीं है, जहां मैं कैडर की राय ले सकूं, इसलिए मुझे खुद का बचाव करना होगा।”

भाजपा आईटी सेल पर निशाना साध चुके हैं स्वामी?
सुब्रमण्यम स्वामी ने सोमवार को पहली बार अमित मालवीय पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि भाजपा आईटी सेल धोखेबाज हो चुका है। इसके कुछ सदस्य फेक आईडी के ट्वीट्स लगाकर मुझ पर निजी तौर पर हमला कर रहे हैं। स्वामी ने कहा कि अगर मेरे चाहने वाले फॉलोवर्स ने जवाब में निजी हमले शुरू कर दिए, तो मुझे जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता, ठीक उसी तरह जैसे पार्टी के आईटी सेल की हरकतों के लिए भाजपा को जिममेदार नहीं कहा जा सकता।

अर्थव्यवस्था के साथ जेईई-नीट परीक्षा कराने के मुद्दे पर सरकार के खिलाफ रहे हैं स्वामी
सुब्रमण्यम स्वामी अब तक कई मामलों में अपनी ही पार्टी के फैसलों की आलोचना करते रहे हैं। हाल ही में उन्होंने अर्थव्यवस्था और जेईई-नीट जैसे मुद्दों पर मोदी सरकार को घेरा था। स्वामी ने परीक्षा कराने के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों पर छात्रों का साथ दिया था और सरकार से परीक्षाएं टालने के लिए कहा था। हालांकि, इसके बावजूद सरकार ने देशभर में परीक्षाओं का आयोजन कराया। एक दिन पहले ही स्वामी ने फिर से नीट को दिवाली के बाद कराने की अपील की है। लेकिन सरकार के रुख के बाद उनकी अपील का माना जाना काफी मुश्किल है।