प्रयागराज से बीजेपी सांसद रीता बहुगुणा जोशी की 6 साल की पोती की इलाज के दौरान मौत हो गई। पटाखा छुड़ाते समय वह 60 प्रतिशत तक जल गई थी। इसके बाद उसे तुरंत एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जोशी की पोती कीया को एयर ऐंबुलेंस से दिल्ली लाया जाने वाला था लेकिन इससे पहले ही उसने दम तोड़ दिया।
बच्ची कुछ दिन पहले कोरोना से संक्रमित हो गई थी। गुड़गांव में परिवार के अन्य सदस्यों के साथ कीया का इलाज चला और ठीक होकर सब घर वापस आ गए थे। दिवाली पर कीया की मां उसे लेकर अपने मायके गई थीं। जानकारी के मुताबिक दिवाली की रात बच्चे छत पर खेल रहे थे। इसी दौरान किसी और के जलाए पटाखे से कीया घायल हो गई। रीता जोशी के इकलौते बेटे मयंक की कीया इकलौती बेटी थी।
रीता बहुगुणा 2007 से 2012 तक उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमिटी की अध्यक्ष थीं। बाद में वह बीजेपी में शामिल हो गईं। उत्तर प्रदेश सरकार में वह कैबिनट मंत्री रह चुकी हैं। बाद में प्रयागराज से जीतकर वह लोकसभा पहुंचीं। पिछले दिनों उनके पति सहित परिवार के कई सदस्य गुड़गांव के अस्पताल में कोरोना का इलाज करवा रहे थे। डिसचार्ज होने के बाद सभी घर में ही क्वारंटीन थे। दिवाली पर लंबे समय के बाद जोशी की बहू अपने मायके गई थीं।
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने पटाखे पर बैन लगाया था। एनजीटी के आदेश के बाद 13 से 30 नवंबर तक पटाखे जलाने और बिक्री पर सरकार ने रोक लगा दी थी। बावजूद इसके उत्तर प्रदेश, दिल्ली समेत देश के अन्य राज्यों में भी लोगों ने पटाखे छुड़ाए। रात में कहीं पुलिस ज्यादा सख्त नजर नहीं आई।