राजस्थान और मध्यप्रदेश चुनावों में जीत हासिल करने के बाद बीजेपी की ओर से मैदान में उतारे गए 21 सांसदों में से 10 ने इस्तीफा दे दिया है। जेपी नड्डा और प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक के बाद यह फैसला हुआ है। इस्तीफा देने वाले सांसदों में नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद सिंह पटेल, राकेश सिंह, उदय प्रताप, रीति पाठक,अरुण साव, गोमती साई राज्यवर्धन सिंह राठौड़, दीया कुमारी और किरोड़ी लाल मीणा का नाम सामने आया है। बीजेपी ने 21 सांसदों को मैदान में उतारा था, जिसमें से 9 को हार मिली और 12 ने जीत दर्ज की है।

बाबा बालकनाथ ने नहीं दिया इस्तीफा

बीजेपी ने राज्य विधानसभा चुनावों में अपने सांसदों को मैदान में उतार कर सभी को अचंभित कर दिया था। भाजपा का यह कार्ड काम भी आया और कई सांसद विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज करने में कामयाब रहे हैं। अब जीतने वाले सभी भाजपा सांसदों ने इस्तीफा दे दिया है। अब तक कुल 10 सांसद इस्तीफा दे चुके हैं। दो अन्य सांसद बाबा बालकनाथ और रेणुका सिंह आज नहीं आए इसलिए उनका इस्तीफा भी सामने नहीं आया है। पीएम मोदी, लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा सभापति से मुलाकात के दौरान बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इन सांसदों के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया है। इस्तीफा देने वाले इन सांसदों की लिस्ट में राजस्थान में सीएम फेस की चर्चा में चल रहे बाबा बालक नाथ का नाम नहीं है, ऐसे में सियासी अटकलें हैं कि बीजेपी तिजारा विधानसभा से उन्हें विधानसभा में ना भेजकर संसद में ही रखना चाहती है।

21 सांसदों को उतारा था मैदान में

बीजेपी ने चार राज्यों के विधानसभा चुनावो में 21 सांसदों को मैदान में उतारा था। इनमें से 12 जीते और बाकी 9 को हार का सामना करना पड़ा है। जिन सांसदों की हार हुई उनमें सांसद  फग्गन सिंह कुलस्ते का भी नाम शामिल है।  

राजस्थान और मध्यप्रदेश में बीजेपी ने 7-7 सांसदों को मैदान में उतारा था। बीजेपी ने एमपी में नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद सिंह पटेल, फग्गन सिंह कुलस्ते, राकेश सिंह, राव उदय प्रताप सिंह, रीति पाठक, गणेश सिंह को टिकट दिया था। राजस्थान में बाबा बालकनाथ, भागीरथ चौधरी, किरोड़ी लाल मीणा, दीया कुमारी, नरेंद्र खीचड़, राज्यवर्धन राठौड़, देवजी पटेल को टिकट दिया था।