जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई। आतंकियों ने धर्म पूछ कर लोगों को गोली मारी है। इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार असम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर देबाशीष भट्टाचार्य भी पहलगाम में ही थे। उन्होंने बताया कि उन्होंने कलमा पढ़ा तो आतंकियों ने उन्हें गोली नहीं मारी और उनकी जान बच गई। इस बीच बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे का एक पोस्ट वायरल हो रहा है।
निशिकांत दुबे का पोस्ट वायरल
निशिकांत दुबे ने X पर एक पोस्ट में कहा, “अशहदु अल्लाह इल्लाह इल्लल्लाहु वह दहु ला शरी-क लहू व अशदुहु अन्न मुहम्मदन अब्दुहु व रसूलुहु- आजकल कलमा सीख रहा हूं, पता नहीं कब जरूरत पड़े।” माना जा रहा है कि बीजेपी सांसद का पोस्ट पहलगाम हमले को लेकर है।
आतंकी की बात का नहीं दिया जवाब और कलमा पढ़ते रहे प्रोफेसर
बता दें कि प्रोफेसर देबाशीष भट्टाचार्य अपने परिवार के साथ छुट्टियां मनाने गए थे। भट्टाचार्य सिलचर के असम विश्वविद्यालय में बांग्ला पढ़ाते हैं। उन्होंने बताया कि जब पहलगाम में आतंकी लोगों को गोली मार रहे थे तो उनके आसपास के लोग जमीन पर बैठ गए और कलमा पढ़ने लगे। इसके बाद प्रोफेसर ने भी कलमा पढ़ना शुरू कर दिया। इसी दौरान एक आतंकी उनके पास आया और उनसे पूछा कि वह क्या कर रहे हैं लेकिन प्रोफेसर ने आतंकी की बात का कोई जवाब नहीं दिया और कलमा पढ़ते रहे।प्रोफेसर के अनुसार ये देखकर आतंकी ने उन्हें नहीं मारा बल्कि उनके बगल में बैठे शख्स को गोली मार दी।
प्रोफेसर देबाशीष भट्टाचार्य ने बताया कि इस घटना के बाद जैसे ही उन्होंने देखा कि आतंकी वहां से चले गए हैं तो वह फौरन उस जगह से अपनी पत्नी और बेटी के साथ निकल गए। उन्होंने कहा कि 2 घंटे तक चलने के बाद उन्हें एक लोकल आदमी मिला, जिसकी मदद से वह पहलगाम पहुंचे।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कई पीड़ितों ने बताया है कि धर्म पूछ कर आतंकियों ने गोली मारी है कई पीड़ितों ने बताया कि उनसे उनका धर्म पूछा गया और उसके बाद उनके करीबियों को गोली मारी गई।