भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद विष्णु दयाल राम की लोकसभा में एक बिल पर चर्चा के दौरान जुबान फिसल गई। उन्होंने जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर को ‘जी’ कहकर संबोधित किया। राम झारखंड के पलामूस संसदीय क्षेत्र से सांसद हैं और कभी डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) के पद भी रह चुके हैं। दरअसल सदन में ‘विधि विरुद्ध क्रियाकलाप निवारण संशोधन (यूएपीए) विधेयक, 2019’ बिल पर चर्चा हो की जा रही थी।
चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि ‘सफी अरमान जो कि आईएस का रिक्रूटर है जो हमारे कर्नाटक से आता है, जो भटकल से आता है, जो हिज्बुल मुजाहिदीन के चीफ हमारे मसूद अजहर ‘जी’ हैं इनको आतंकी घोषित नहीं किया जाए तो इनको क्या किया जाए? हालांकि एक आतंकवादी को इतनी इज्जत देने पर फजीहत होने पर सांसद ने सफाई भी दी है।
राम ने कहा कि उन्होंने मसूद को ‘जी’ कहकर संबोधित नहीं किया बल्कि वहां मौजूद सांसदों को ‘जी’ कहकर संबोधित किया था। एक न्यूज चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा कि ‘जहां तक मसहूद अजहर की बात है मैंने अपने इस ‘बिल’ में भाषण के क्रम में तीन चार जगह उसका नाम लिया था पीछे कुछ लोग उकसा रहे थे तो उसके क्रम में मैंने उनको जी कहा था। मैंने मसूद अजहर को ‘जी’ नहीं कहा था।
मालूम हो कि यह पहला मौका नहीं जब किसी बीजेपी नेता ने की जुबान फिसल गई हो। इससे पहले केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने खूंखार आतंकवादी और 2008 के मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज मोहम्मद सईद को ‘‘हाफिज जी’’ कह कर संबोधित किया था। इसके बाद उन्होंने भी इसपर सफाई दी थी। उन्होंने कहा था कि उनका बयान महज एक ‘‘व्यंग्य’’ था और इसे वीडियो के पूरे संदर्भ में देखना चाहिए, जिसमें उन्होंने आतंकवादियों की कड़ी निंदा की थी। दरअसल, कांग्रेस ने प्रसाद का एक वीडियो सार्वजनिक किया था जिसमें वह हाफिज सईद को ‘‘हाफिज जी’’ कहते हुए नजर आ रहे थे।
