मणिपुर में कई महीनों से राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है। इस बीच मणिपुर के भाजपा विधायक एल रामेश्वर मेइती ने गुरुवार को कहा कि यदि केंद्र सरकार राज्य में सरकार गठन में विफल रहती है तो नए सिरे से चुनाव कराए जाने चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार का गठन नहीं हुआ तो राज्य में पार्टी की स्थिति कमजोर हो सकती है।

केइराओ विधायक एल रामेश्वर मेइती ने एक कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “हमारे बीच कुछ समान विचारधारा वाले भाजपा विधायक हैं जिन्होंने सरकार गठन में नेतृत्व के लिए स्पीकर थोकचोम सत्यब्रत को चुना है। सरकार गठन के दावे को हम राज्यपाल के समक्ष प्रस्तुत करने के लिए भी तैयार है, लेकिन फिलहाल अनुकूल समय का इंतजार कर रहे हैं।”

सरकार नहीं बनी तो कमजोर हो जाएगी पार्टी- बीजेपी विधायक

विधायक एल रामेश्वर मेइती ने यह भी दावा किया कि पहाड़ और घाटी, दोनों क्षेत्रों के विधायक सरकार बनाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि अगर नवंबर में सरकार नहीं बनती है, तो पार्टी की स्थिति अनुकूल नहीं होगी। अगर सरकार का गठन नहीं हो पाता है तो नए सिरे से चुनाव होने चाहिए।”

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पीएम मोदी ने किया था मणिपुर का दौरा

बता दें कि 2 महीने पहले 13 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर का दौरा किया था। प्रधानमंत्री मणिपुर के चुराचांदपुर और इम्फाल पहुंचे थे। मणिपुर में मई 2023 में हिंसा भड़कने के बाद पीएम मोदी पहली बार राज्य के दौरे पर पहुंचे थे। इस दौरान प्रधानमंत्री ने हजारों करोड़ की परियोजनाओं को हरी झंडी दिखाई और इस मौके पर पीएम ने मणिपुर की जनता की जमकर तारीफ भी की है। उन्होंने जोर देकर कहा है कि वे यहां की जनता को सैल्यूट करते हैं, उनके जज्बे की कद्र करते हैं।

पीएम मोदी ने कहा था, “मणिपुर की ये धरती हौसलों और हिम्मत की धरती है। ये पहाड़ प्रकृति का अनमोल उपहार हैं, और साथ ही ये हिल्स आप सभी लोगों की निरंतर मेहनत का भी प्रतीक हैं। मैं मणिपुर के लोगों के जज्बे को सैल्यूट करता हूं। इतनी भरी बारिश में भी आप इतनी बड़ी संख्या में यहां आए, मैं आपके इस प्यार के लिए आपका आभार व्यक्त करता हूं।”