भारतीय जनता पार्टी के पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी लगातार अपनी ही पार्टी को घेरते रहे हैं। लेकिन वरुण गांधी की मुश्किलें अब बढ़ सकती हैं क्योंकि भाजपा वरुण गांधी के खिलाफ एक्शन ले सकती है। केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के हालिया बयान इस बात की तरफ इशारा करते हैं।
वरुण गांधी द्वारा अपनी ही पार्टी के खिलाफ तीखे तेवर दिखाने को लेकर जब केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, ”पार्टी के ध्यान में है, वरुण गांधी के बयानों पर पार्टी की अनुशासनात्मक समिति की नजर है, जो भी कार्रवाई होगी, उस स्तर पर ही संभव होगी।”
क्या वरुण गांधी के खिलाफ पार्टी एक्शन लेगी? इस सवाल पर अर्जुन राम मेघवाल ने कहा, ”निश्चित रूप से, पार्टी में अनुशासन रहना चाहिए। किसी को लगता है कि अनुशासनहीनता नहीं है और किसी को लगता है कि ये अनुशासनहीनता है। इन सबको देखते हुए ही अनुशासनात्मक समिति बनी है।” हाल के दिनों में वरुण गांधी अपनी ही सरकार की नीतियों का पुरजोर विरोध करते दिखाई दिए हैं।
लखीमपुर खीरी हिंसा के बाद वरुण गांधी ने एक वीडियो शेयर कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी। उन्होंने योगी सरकार को इस मुद्दे को लेकर एक पत्र भी लिखा था। भाजपा सांसद किसानों की मांगों के समर्थन में अपनी सरकार पर सवाल उठाते रहे। पिछले दिनों एमएसपी गारंटी कानून के मुद्दे पर भी वे किसानों के साथ दिखाई दिए।
हाल ही में, भाजपा के सांसद ने कहा था कि उन्हें छोड़कर सत्ताधारी दल के किसी अन्य विधायक या सांसद में हिम्मत नहीं है जो गन्ने का एमएसपी बढ़ाने का मुद्दा उठा सके। उन्होंने कहा था कि टिकट कटने के डर से कोई गन्ने पर एमएसपी बढ़ाने का मुद्दा नहीं उठाता है।
शिक्षक भर्ती के लिए प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया तो वरुण गांधी ने इसका विरोध किया था। वरुण गांधी ने ट्वीट कर कहा था कि ये बच्चे भी मां भारती के लाल हैं, इनकी बात मानना तो दूर, कोई सुनने को तैयार नहीं है। वहीं, टीईटी पेपर लीक मामले पर वरुण गांधी ने कहा था ये बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। पीलीभीत के सांसद ने कहा था, ”दलदल की छोटी मछलियों पर कार्रवाई से काम नहीं चलेगा, उनके राजनैतिक संरक्षक शिक्षा माफियाओं पर सरकार कठोर कार्रवाई करे।”