आम चुनाव 2019 के सत्ताधारी पार्टी बीजेपी अभी से सघन तैयारियों में जुट गई है। यूपी पार्टी के लिए बेहद अहम है क्योंकि पिछले चुनाव में यहां 80 में से 70 प्लस सीटें बीजेपी को ही मिली थीं। इसलिए बीजेपी ने यूपी की जनता तक पहुंच बनाने के लिए 109 बिंदुओं वाला कार्यक्रम बनाया है। बीजेपी हर मुमकिन कोशिश कर रही है। पार्टी ने करीब 13500 वॉट्सऐप ग्रुप बनाए हैं। पार्टी ने सरकारी योजनाओं के 3 करोड़ लाभार्थियों की जानकारी जुटाई है। पार्टी के नेता सभी जिला स्तर के उन नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं, जो किसी समुदाय या वर्ग विशेष की अगुआई करते हैं। इसके अलावा, पार्टी मतदाताओं का बूथवार वेरिफिकेशन भी कर रही है।

बीजेपी ने यह प्रक्रिया इस साल अगस्त में शुरू की थी और फरवरी के आखिर तक अपने कार्यक्रमों की रुखरेखा तैयार की है। इसबार का नारा होगा, ‘फिर एक बार, मोदी सरकार।’ बीजेपी की यह सघन तैयारी इसलिए भी अहम है क्योंकि यूपी उप चुनाव में पार्टी को गोरखपुर, फूलपुर और कैराना में झटके का सामना करना पड़ा था। इसके अलावा, बीजेपी के राजनीतिक विरोधी एसपी, बीएसपी और आरएलडी ने हाथ मिला लिए हैं। पिछली बार एसपी और बीएसपी ने अलग अलग चुनाव लड़ा था। बीजेपी के सातों मोर्चों- महिला, युवा, ओबीसी, एससी, एसटी, किसान और अल्पसंख्यक को राज्य स्तर से लेकर बूथ स्तर तक के कार्य सौंपे गए हैं। अभी तक पार्टी का फोकस ट्रेनिंग और संगठन को चुस्त दुरुस्त करना था। कहा जा रहा है कि दिवाली के बाद जमीनी स्तर पर लोगों तक पहुंचने की कोशिश शुरू होगी। इसके लिए बूथ कमिटी मीटिंग आदि का भी आयोजन किया जाएगा।

सूत्रों का कहना है कि बीजेपी ने एसपी और बीएसपी के गठबंधन की ताकत का अंदाजा लगा लिया है। इसके लिए पार्टी ने उन बूथों की पहचान कर ली है, जहां पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में एसपी और बीएसपी के मिलाकर वोट बीजेपी से ज्यादा थे। 80 लोकसभा सीटों के करीब एक लाख 63 हजार बूथों को चार श्रेणियों ए, बी, सी और डी में बांटा गया है। पार्टी ए कैटिगरी के बूथों को सुरक्षित मानकर चल रही है क्योंकि यहां उसे हमेशा जीत मिली है। बी कैटिगरी वाले बूथों पर बीजेपी अक्सर जीतते रही है। सी कैटिगरी में वे बूथ आते हैं, जहां बीजेपी बहुत कम ही जीती है। डी में वे बूथ आते हैं, जहां बीजेपी को कभी जीत नहीं मिली। बीजेपी ने ‘विकास दूतों’ की नियुक्ति की योजना भी बनाई है। दरअसल, पार्टी ने बूथ स्तर पर सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों की लिस्ट बनाई है और पार्टी के ही किसी एक ऐसे लाभार्थी को ‘विकास दूत’ बनाया जाएगा।