मालदा हिंसा को लेकर पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर हमला बोलते हुए भाजपा के एक शिष्टमंडल ने आज गृह मंत्री राजनाथ सिंह से भेंट की तथा मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग की। पार्टी नेताओं ने आरोप लगाया कि इसके तार जाली करेंसी, नशीले पदार्थों के व्यापार एवं घुसपैठ से जुड़े हैं। भाजपा महासचिव एवं बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय दल ने सिंह से मुलाकात की। गृह मंत्री ने उन्हें उपयुक्त कदम उठाये जाने का आश्वासन दिया। इस दल ने तृणमूल सरकार पर ‘‘अराजकता एवं आतंकवाद’’ में शामिल आपराधिक तत्वों के संरक्षण का आरोप लगाया।

मुलाकात के बाद विजयवर्गीय ने मीडिया से कहा, तृणमूल कांग्रेस से जुड़े लोगों की इसमें संलिप्तता है। यह केवल राज्य का नहीं बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मामला है। जो लोग गैर कानूनी गतिविधियां करते हैं वे इसका नेतृत्व कर रहे थे। भीड़ द्वारा ‘‘पाकिस्तान समर्थक’’ नारे लगाए जा रहे थे जिसने एक विशेष समुदाय के प्रतिष्ठानों को निशाना भी बनाया। इस शिष्टमंडल में पार्टी महासचिव भूपेन्द्र यादव एवं सिद्धार्थनाथ सिंह भी शामिल थे। गृह मंत्री से मुलाकात से एक दिन पहले पार्टी की फैक्‍ट फाइडिंग टीम को राज्य प्रशासन ने मालदा के तहत आने वाले हिंसा से प्रभावित कालियाचक में जाने की अनुमति नहीं दी थी।

वहीं भाजपा नेता सुब्रमण्‍यम स्‍वामी ने पश्चिम बंगाल में राष्‍ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। उन्‍होंने कहा कि गृह मंत्रालय को धारा 256 का उपयोग करना चाहिए और ममता सरकार को कहना चाहिए कि वह संविधान के तहत काम नहीं कर रही है। केन्‍द्र को पहले सफाई मांगनी चाहिए। मुझे लगता है कि गृह मंत्रालय को प्रधानमंत्री से राय लेकर बंगाल सरकार से जवाब मांगना चाहिए।