भारत चीन सीमा विवाद को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। राहुल ने इस बार अपने ट्विटर से पीएम का नाम लेकर कहा, “नरेंद्र मोदी असल में है सरेंडर मोदी।” भारतीय जनता पार्टी ने राहुल के इस बयान पर पलटवार किया है। साथ ही राहुल गांधी ने इस ट्वीट पर सरेंडर की स्पेलिंग गलत लिखी थी जिसे लेकर यूजर्स उन्हें ट्रोल करने लगे।
राहुल गांधी की टिप्पणी पर भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा “कांग्रेस पार्टी और उसके नेता राहुल गांधी मर्यादा तोड़ रहे हैं। देश का अपमान कर रहे हैं। भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को सरेंडर मोदी कहना यह देश की जनता बरदस्त नहीं करेगी। जिस तरह की वो भाषा बोल रहे हैं, इस तरह की भाषा कोई दुश्मन देश का नेता भी भारत के प्रधान मंत्री के लिए नहीं बोलता। शुरू से जब से चीन और भारत के बीच में तनाव पैदा हुआ है। राहुल गांधी कोई दिन ऐसा नहीं है, जिस दिन भारत का और भारत के प्रधान मंत्री का अपमान नहीं किया हो। जिस तरह की भाषा का उपयोग उन्होने किया है उसके लिए उन्हें मांफी मंगनी चाहिए नहीं तो इस देश की जनता कांग्रेस को कभी मांफ नहीं करेगी।”
वहीं जम्मू-कश्मीर के बीजेपी चीफ रविंदर रैना ने भी राहुल गांधी को पीएम मोदी, “सरेंडर मोदी” कहने को लेकर पलटवार किया। रविंदर रैना ने गांधी-नेहरू परिवार पर हमला करते कहा कि राहुल गांधी के पूर्वजों ने चीन के सामने आत्मसमर्पण किया और राष्ट्र को पीछे कर दिया।
Congress leader Rahul Gandhi has insulted the nation by using derogatory remarks against PM @narendramodi ji.
People of India are watching with anger how RG is using the present India-China LAC strain to push his political agenda. pic.twitter.com/fj4hvf9FYY
— Syed Shahnawaz Hussain (@ShahnawazBJP) June 21, 2020
वहीं इस ट्वीट में राहुल गांधी ने ‘सरेंडर’ की स्पेलिंग गलत लिख दी थी। यहां उन्होंने Surrender की जगह Surender लिखा। इसे लेकर ट्रोलर्स ही नहीं बल्कि बीजेपी नेताओं ने भी उनपर तंज कसना शूर कर दिये। असम सरकार में स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने गांधी-नेहरू परिवार पर निशाना साधा। हिमंत बिस्व ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा, ”राहुल गांधी, आप इतने हताश हो गए हैं कि ठीक से लिख भी नहीं पा रहे और आत्मसमर्पण करना गांधी-नेहरू परिवार का हॉलमार्क रहा है। 1962 में, पंडित नेहरू ने असम को लगभग दे ही दिया था। जब चीनी सेना ने बोमदिला पर कब्जा किया तो नेहरू ने कहा था, ‘मेरा दिल असम के लिए लोगों के लिए रोता है।’ शर्मनाक”
बता दें राहुल गांधी ने गलवान में हिंसक झड़प के मसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक के बाद दिए बयान पर भी सवाल खड़ा किए थे। पीएम मोदी ने कहा था न तो कोई हमारी सीमा में घुसा हुआ है और न ही हमारी कोई पोस्ट किसी दूसरे के कब्जे में है। लद्दाख में हमारे 20 जांबाज शहीद हुए, लेकिन जिन्होंने भारत माता की तरफ आंख उठाकर देखा था, उन्हें वो सबक सिखाकर गए।
