अपने तीखे बयानों को लेकर हमेश खबरों में बने रहने वाले भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा संसद सुब्रमण्यम स्वामी ने चीन को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पर तंज़ कसा है। एबीपी न्यूज़ के वरिष्ठ पत्रकार आशीष के सिंह ने लिखा कि कोई सीधे तौर पर चीन का नाम नहीं ले रहा है। इसपर बीजेपी नेता ने कहा कि पत्नियां अपने पति का नाम नहीं लेती।
आशीष ने लिखा “किस ने भी चीन का नाम सीधे नहीं लिया है। ना ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ना ही विदेश मंत्री एस जयशंकर ने, इसी के विपरीत यूएस सेसी ऑफ स्टेट एंड डेफ सेक्यि, दोनों ने चीन का नाम लेते हुए उनपर हमला किया है।” वरिष्ठ पत्रकार के इस ट्वीट पर सुब्रमण्यम स्वामी ने लिखा “मैं ऐसी पत्नियों को जानता हूं, जो पतियों का नाम नहीं लेतीं”
बीजेपी नेता के इस ट्वीट पर कुछ यूजर्स ने उन्हें ट्रोल भी किया है। भट्ट साहब सनातनी नाम के एक यूजर ने लिखा “सुब्रमण्यम स्वामी जी के हिसाब से अमेरिका की वह बंदूक, जो वह हमारे कंधे पर रखकर चाइना पर निशाना साधना चाहता है हमें अपने कंधे पर रख लेनी चाहिए..याद रखिए पड़ोसी नहीं बदले जा सकते …बिना नाम लिए ही पेल रहे हैं तो नाम लेने की क्या जरूरत है?”
एक अन्य यूजर ने लिखा “स्वामी जी आपको बहुत सम्मान के साथ कहना चाहता हूं कि मोदीजी के खिलाफ फालतू बात करने से आपकी ही बेइज्जती होगी, हमें भी देऊक होगा। आप मोदीजी का कुछ नहीं बिगाड़ सकते, कृपया अपनी इज्जत का खयाल रखें।
I know of wives who will not call their respective husbands by their names. https://t.co/TfbHfWxkEw
— Subramanian Swamy (@Swamy39) October 27, 2020
शीश नाम के यूजर ने लिखा “थोड़ा ट्वीट मुंगेर में हुए निर्दयतापूर्ण लाठीचार्ज और हत्या के लिए भी कर दीजिए साहब। गौ रक्षकों को गुंडा कहते हैं, तो थोड़े से आंसू मां दुर्गा के भक्तों के लिए भी लाएं साहब। गांधीगिरी करने से शायद नोबेल शांति पुरस्कार भी मिल जाएगी पर इस चुप्पी से हमारी नजरों से जरूर उतर जाएंगे।”
बता दें कुछ दिन पहले स्वामी ने भारत में रहने वाले बलूच शरणार्थियों के लिए भारत को तुरंत एक बिल्डिंग उपलब्ध करने की मांग भी की थी। सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर कहा था, “भारत में रहने वाले बलूच शरणार्थियों के लिए भारत को जल्द से जल्द बलूचिस्तान मानवाधिकार केंद्र के लिए बिल्डिंग उपलब्ध करानी चाहिए। अमेरिका ने भी न्यूयॉर्क में बलूच लोगों को रहने की अनुमति दे दी है।”
इससे पहले स्वामी ने कुलभूषण जाधव के मामले पर कहा था कि अगर पाकिस्तान भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा पर अमल करता है, तो भारत को बलूचिस्तान को एक अलग देश के रूप में मान्यता देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को सबक सिखाने की जरूरत है।
