पश्चिम बंगाल में नेता विपक्ष और बीजेपी लीडर शुभेंदु अधिकारी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हमें सबका साथ और सबका विकास की बात करने की जरूरत नहीं है। हम तय करेंगे कि जो हमारा साथ देगा। हम भी उसका साथ देंगे। उन्होंने कहा कि हमें अल्पसंख्यक मोर्चा की भी जरूरत नहीं है। इसे बंद कर देना चाहिए। शुभेंदु अधिकारी ने बीजेपी नेताओं के सामने दोनों हाथ जोड़कर कहा कि अब हम ये सब नहीं कहेंगे।

शुभेंदु अधिकारी ने क्या कहा

शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि हम जीतेंगे, हम हिंदुओं को बचाएंगे और संविधान को बचाएंगे। उन्होंने कहा कि मैंने राष्ट्रवादी मुसलमानों के बारे में बात की। आप सभी ने नारा भी दिया कि सबका साथ, सबका विकास। हम संविधान को बचाएंगे। अधिकारी ने एक कार्यक्रम में जय श्री राम का नारा लगाते हुए कहा कि हम जीतेंगे और हिंदुओं को बचाएंगे। हम तय करेंगे कि जो हमारा साथ देगा, हम उनका साथ देंगे।

लोकसभा चुनाव में बीजेपी को भारी नुकसान के बाद समीक्षा बैठक में बीजेपी नेताओं ने माना कि मुस्लिम वोटरों ने एकजुट होकर टीएमसी को वोट दिया। इसका उसे फायदा मिला है। दूसरी तरफ हिंदू वोटों में विभाजन दिखा। शुभेंदु अधिकारी ने अपने भाषण से साफ किया कि भाजपा अब बंगाल में हिंदू वोटों को साधने की कोशिश करेगी। संदेशखाली जैसी घटनाओं से भी उसने यह कोशिश की थी, लेकिन अब इस एजेंडे पर वह आक्रामक हो सकती है।

पीएम मोदी ने 2014 में दिया था नारा

बता दें कि पीएम नरेन्द्र मोदी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में ‘सबका साथ, सबका विकास’ का नारा दिया था। इसके बाद यह बीजेपी का प्रमुख नारा बन गया। इसमें सभी सरकारी योजनाओं को सभी वर्गों तक पहुंचाने पर जोर दिया गया। बीजेपी को इस नारे का फायदा भी मिला। बीजेपी की नजर इस नारे के जरिए अल्पसंख्यक वोट बैंक पर थी। हालांकि पश्चिम बंगाल के चुनाव में अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं का मानना है कि मुस्लिम वोटर्स का बड़ा हिस्सा बीजेपी को रोकने के लिए वाम-कांग्रेस गठबंधन के बजाय तृणमूल कांग्रेस को तरजीह देता आ रहा है।