भाजपा के फायरब्रांड नेता और पूर्व विधायक संगीत सोम अक्सर अपने बयानों की वजह से चर्चा में बने रहते हैं। हाल ही में वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद पर दिया उनका एक विवादित बयान सुर्खियों में है। संगीत सोम ने अपने एक पोस्ट में बाबरी के बाद ज्ञानवापी लेने की बात कही है। वहीं जब उनके इस बयान पर भाजपा नेता मोहसिन रजा से जवाब मांगा गया तो उन्होंने सीधे तौर पर जवाब न देते हुए बात को घुमा दिया।

योगी सरकार के पहले कार्यकाल में मंत्री रहे मोहसिन रजा ने संगीत सोम के बयान पर बात घुमाते हुए कहा, “हम कानून में विश्वास रखने वाले लोग है, अदालत ने जो भी आदेश दिये हैं, उसपर हम अमल कर रहे हैं।” मोहसिन रजा ने कहा कि सौहार्द के साथ प्रभु श्रीराम का मंदिर बन रहा है जोकि न्यायसंगत हुआ है और उस न्याय को सबने स्वीकार किया है। आगे भी जो न्यायिक प्रक्रिया बढ़ेगी, उसपर सब सहयोग करेंगे।

भाजपा संगीत सोम पर भले ही कुछ कहने से बच रही हो, लेकिन विपक्ष भाजपा पर हमलावर है। सपा नेता अनुराग भदौरिया ने कहा, “ऐसा लगता है कि भाजपा को देश के संविधान और न्यायपालिका पर विश्वास नहीं है। तभी सरेआम भाजपा के नेता कानून तोड़ने की धमकी देते हैं।” भदौरिया ने कहा कि यूपी की कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है।

वहीं कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने कहा, “देश संविधान से चलता है, और संगीत सोम जैसे लोगों के फालतू बयानों से संविधान तोड़ने की इजाजत नहीं दी जा सकती है। ऐसे तत्वों के खिलाफ योगी सरकार को कठोरतम कार्रवाई करनी चाहिए।” कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि संगीत सोम पर राजद्रोह जैसी धाराएं लगानी चाहिए।

क्या कहा था संगीत सोम ने: यूपी की सरधना से विधायक रहे संगीत सोम ने कहा कि ज्ञानवापी मस्जिद औरंगजेब जैसे लोगों ने बनवाई। 1992 में बाबरी और 2022 में ज्ञानवापी की बारी है। मंदिर तोड़कर जो मस्जिद को मुसलमान आक्रांताओं ने खड़ा किया था, उसे वापस लाने का समय आ गया है।

बता दें कि संगीत सोम यूपी की वीआईपी सीट सरधना से लगातार दो बार से भाजपा विधायक चुने जा चुके हैं। लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव में वो हैट्रिक लगाने से चूक गए। उन्हें सपा प्रत्याशी अतुल प्रधान ने हराया।