अक्सर अपने बयानों से चर्चा में बने रहने वाले बिहार के नवादा से भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इस बार देवबंद को आतंक की फैक्ट्री बताया है। उन्होंने देवबंद को आतंकवाद का अड्डा बताते हुए कहा कि हाफिज सईद और बगदादी भी देवबंद में शिक्षा पाए हैं।उन्होंने शामली में एक युवक की भीड़ द्वारा हत्या करने के मामले को भी धार्मिक रंग दे दिया है। साथ ही कहा कि पहले देवबंद का नाम देवव्रन्त था।

बुधवार (28 नवंबर) को उत्तर प्रदेश के देवबंद के स्वामी ब्रह्मानंद सरस्वती से देवी कुंड स्थित उनके आश्रम में मुलाकात करने पहुंचे केंद्रीय मंत्री ने कहा, “गुरुकुल से आजतक कोई बच्चा आतंकी नहीं निकला, लेकिन दारूल उलूम देवबंद को लोग शिक्षा का मंदिर कहते हैं। पता नहीं यह शिक्षा का मंदिर है या आतंक का। लोगों ने मुझे बताया कि हाफिज सईद जैसे आतंकी और मानवता के दुश्मन इस्लामिक स्टेट के संस्थापक बगदादी दोनों देवबंद के छात्र रहे हैं। यह शिक्षा का मंदिर नहीं हो सकता है। यह आतंक का गढ़ है।”

आयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर गिरिराज सिंह ने कहा, “मैं मुस्लिम समाज के लोगों से  एकअपील करता हूं। यहां रहने वाले 100 करोड़ हिंदू भी उनके भाई हैं। आपने यहां तीन लाख मस्जिद बनाए और किसी ने आपको नहीं रोका। लेकिन अब हिंदुओं के सब्र का इम्तिहान न लिजीए। भगवान राम में मेरा विश्वास है और उनका मंदिर अयोध्या में बनेगा।”

गिरिराज सिंह ने एक ट्वीट कर शामली की घटना पर कहा, “ये यूपी के शामली की घटना है जहां 6 मुस्लिम लड़को ने एक हिन्दू लड़के को पुलिस की गाड़ी से जबरन बाहर निकाला और फिर उसकी मॉब लिंचिंग की गई। अब अगर कोई इन्टॉलरंस गैंग या इन्टॉलरंस पर ज्ञान देने वाला मिले तो पूछियेगा की कठुआ के बाद उनका जमीर मर गया या बिक गया ??” हालांकि, शामली पुलिस ने कहा कि, ““100 डायल पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में पीट पीट कर की गई हत्या”, यह तथ्य अपुष्ट एवं भ्रामक है। 100 नंबर के कर्मियों की कार्यवाही में प्रथम दृष्ट्या लापरवाही जरूर परिलक्षित हो रही है जिस पर उन्हें निलम्बित कर दिया गया है।”