प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी मोड में आ चुके हैं। वो लगातार शिलान्यास और उद्घाटन कार्यक्रमों में व्यस्त हो चुके हैं। इसके साथ ही वो चुनावी जनसभाएं भी करने लगे हैं। इसके अलावा मोदी केंद्रीय योजनाओं के लाभार्थियों से सीधे संवाद कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी ऐसे पांच करोड़ परिवारों से संपर्क करने वाले हैं जो केंद्र सरकार की योजनाओं के लाभार्थी बने हैं। पिछले दिनों पीएम ने राजस्थान में कई लाभार्थियों से संवाद किया था। इनमें उज्ज्वला योजना की कई लाभार्थी शामिल थीं। पीएम नमो एप के जरिए भी देश के किसानों, मुद्रा योजना के महिला लाभार्थियों, उद्यमियों से सीधा संवाद कर चुके हैं।

बीजेपी का लक्ष्य है कि उज्ज्वला योजना के अलावा प्रधानमंत्री मोदी पीएम आवास योजना, मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री मातृवंदन योजना के करीब पांच लाख लाभार्थियों से इस साल के दिसंबर तक संवाद करेंगे। इसके लिए पार्टी पंचायत लेवल तक रणनीति बना रही है। पार्टी के पदाधिकारियों को गांव-गांव तक सभी लाभार्थियों की सूची बनाने का निर्देश दिया गया है। इस काम में केंद्रीय मंत्रियों को भी लगाया गया है। और मंत्रालय वार लाभार्थियों को चिन्हित करने को कहा गया है। बीजेपी इसे गेमचेंजर मान रही है। ऐसा पहली बार होगा जब प्रधानमंत्री केंद्रीय योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद करेंगे और उसका सीधे तौर पर राजनीतिक फायदा लेने की कोशिश करेंगे।

बीजेपी का दावा है कि पीएम आवास योजना के तहत देशभर में करीब एक करोड़ लोगों को आवास देने का लक्ष्य दिसंबर 2018 तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके अलावा दावा किया गया है कि देशभर में अब तक करीब 2 करोड़ से ज्यादा महिलाएं उज्ज्वला योजना का लाभ उठा चुकी हैं। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना से भी करोड़ों लोगों के लाभान्वित होने का दावा किया जा रहा है। प्रधानमंत्री मातृवंदन योजना में भी 17 लाख महिलाओं के लाभार्थी होने की बात कही गई है। बता दें कि पिछले दिनों जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ की महिला चंद्रमणि देवी से सीधा संवाद कर आय दोगुनी होने की बात की थी तब पीएम पर झूठ फैलाने का आरोप लगा था।