लोकसभा चुनाव शुरू होने से पहले, चुनाव के दौरान और अब परिणाम सामने आने के बाद भी बीजेपी दक्षिण भारत को साधने का प्रयास जारी रखे हुए है। हालांकि पार्टी का केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, तेलंगाना जैसे राज्यों में वोटिंग प्रतिशत बढ़ा है लेकिन उतना खास प्रदर्शन नहीं रहा जितना पार्टी को उम्मीद थी।

अब मंत्रिपरिषद में भी बीजेपी ने दक्षिण भारत को प्रतिनिधित्व देने का पूरा प्रयास किया है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने पांच दक्षिणी राज्यों से 13 मंत्रियों को मंत्रिपरिषद में शामिल किया है।

वित्त और विदेश मामलों के अलावा, दक्षिणी राज्यों के मंत्रियों ने विमानन और भारी उद्योग के कैबिनेट पद भी हासिल किए हैं। यह मंत्री पांच दक्षिणी राज्यों–तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से संबंध रखते हैं।

दक्षिण भारत : 2019 के मुकाबले इस बार बढ़ी NDA की सीटें

NDA को जहां हिंदी पट्टी में 54 सीटों का नुकसान हुआ है वहीं दक्षिण भारत की 129 लोकसभा सीटों में से 51 सीटें जीतने में कामयाबी मिली है। 2019 के लोकसभा चुनाव में एनडीए ने दक्षिणी राज्यों में 30 सीटें जीती थीं। उस चुनाव में जेडीएस और टीडीपी एनडीए का हिस्सा नहीं थे।

केरल के त्रिशूर में सुरेश गोपी ने जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया है और वे राज्य से भाजपा के पहले सांसद बन गए हैं। दूसरी ओर तमिलनाडु में अन्नामलाई के नेतृत्व में किए गए अभियान के बाद बीजेपी को एक भी सीट नहीं मिली लेकिन प्रदेश में पार्टी ने अपने महौल बना दिया है। दक्षिण में भाजपा के गढ़ों में से एक कर्नाटक में भाजपा-जद(एस) गठबंधन 17 सीटें जीतने में कामयाब रहा लेकिन 2019 के प्रदर्शन को नहीं दोहराया पाया है।

किस राज्य से कौन मंत्री?

कर्नाटक : मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में कर्नाटक से चार मंत्री बनाए गए हैं, जिनमें जनता दल (सेक्युलर) के नेता एचडी कुमारस्वामी भी शामिल हैं। उनके अलावा बीजेपी के प्रहलाद जोशी को उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण; और नवीन व नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री बनाया गया है। वी सोमन्ना और शोभा करंदलाजे को भी मंत्री पद दिया गया है।

आंध्र प्रदेश : आंध्र प्रदेश में भाजपा, तेलुगु देशम पार्टी और जनसेना पार्टी गठबंधन ने शानदार प्रदर्शन किया है। चंद्रबाबू नायडू की अगुवाई वाली टीडीपी ने 25 लोकसभा सीटों में से 16 पर जीत दर्ज की है। भाजपा ने तीन सीटें जीती हैं, जबकि पवन कल्याण की जनसेना पार्टी ने दो सीटें जीती हैं। मोदी सरकार के तीसरे चरण में आंध्र प्रदेश से तीन मंत्रियों को जगह दी गई है। कैबिनेट मंत्री के तौर पर किंजरापु राममोहन नायडू को महत्वपूर्ण नागरिक उड्डयन मंत्रालय का कार्यभार दिया गया है। वहीं टीडीपी के पेम्मासनी चंद्रशेखर और बीजेपी के भूपतिराजू श्रीनिवास वर्मा को राज्य मंत्री बनाया गया है।

तेलंगाना: तेलंगाना से जहां भाजपा ने 17 लोकसभा सीटों में से 8 सीटें जीती थीं, मोदी 3.0 में दो मंत्री होंगे। जी किशन रेड्डी कोयला और खान मंत्रालय का नेतृत्व करेंगे, जबकि बंदी संजय कुमार को गृह राज्य मंत्री बनाया गया है।

तमिलनाडु: तमिलनाडु के बीजेपी अध्यक्ष के अन्नामलाई के नेतृत्व वाली भाजपा भले ही अपना खाता नहीं खोल पाई, लेकिन विदेश और वित्त जैसे प्रमुख कैबिनेट मंत्रालय तमिलनाडु के ही नेताओं को मिले हैं। निर्मला सीतारमण एक बार फिर वित्त मंत्री बनाई गई हैं वहीं एस जयशंकर विदेश मंत्रालय बरकरार है। राज्यसभा सांसद एल मुरुगन को सूचना एवं प्रसारण तथा संसदीय मामलों के राज्य मंत्री के रूप में शामिल किया गया है।

केरल : केरल से अभिनेता-राजनेता सुरेश गोपी को पर्यटन और पेट्रोलियम मंत्रालय का प्रभार सौंपा गया है। जबकि 1980 के दशक से भाजपा के सदस्य जॉर्ज कुरियन को अल्पसंख्यक मामलों, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी के लिए राज्य मंत्री बनाया गया है।