कांग्रेस सांसद की सूअर की मांस पर रोक लगाने वाली मांग पर असम भाजपा ने कहा है कि इस जानवर की पूजा नहीं की जाती है, इसलिए ऐसी मांग का कोई औचित्य नहीं है। बारपेटा क्षेत्र के कांग्रेस सांसद अब्दुल खलीक ने यह मांग की थी। भाजपा ने कहा कि गाय और सुअर के बीच कोई तुलना नहीं है क्योंकि सुअर की कोई भी पूजा नहीं करता है।

खालिक ने कहा था कि अगर मंदिरों के 5 किलोमीटर के दायरे में गायों की हत्या और गोमांस की बिक्री पर प्रतिबंध है, तो सरकार को सूअरों की हत्या और मस्जिदों के आसपास 500 मीटर पर सूअर के मांस की बिक्री पर भी प्रतिबंध लगाना चाहिए क्योंकि इस्लाम में सूअर का मांस वर्जित है।

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बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और मंगलदोई के सांसद दिलीप सैकिया ने कहा कि न तो हिंदू और न ही मुसलमान सूअर की पूजा करते हैं। गौ माता को हिंदू धर्म से जोड़ते हुए भाजपा सांसद ने कहा कि गाय का संरक्षण और ण प्रत्येक भारतीय की नैतिक जिम्मेदारी है।

सुअर के मांस पर प्रतिबंध लगाने की खालिक की मांग के जवाब में उन्होंने कहा कि सुअर के मांस की तुलना बीफ से करने का कोई तर्क नहीं है और उनके बयान को सांप्रदायिक करार दिया।

गौरतलब है कि कांग्रेस सांसद अब्दुल खलीक ने सूअर के मांस पर प्रतिबंध की मांग की थी, जिसे ठुकरा दिया गया है। असम के मुख्यमंत्री हेमंता बिस्वा सरमा मवेशी विधेयक लेकर आएंगे, जिसके तहत गायों की सुरक्षा की जाएगी और उनके बीफ पर प्रतिबंध लगाया गया था।