मक्का मस्जिद धमाका मामले में एनआईए की विशेष अदालत के फैसले के बाद बयानबाजी का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। सभी आरोपियों के बरी किए जाने पर मशहूर गीतकार जावेद अख्तर ने तंज कसते हुए कहा था कि मिशन पूरा हुआ। उनकी टिप्पणी पर भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। भाजपा ने कहा कि काश आपके अंदर कांग्रेस के ‘हिंदू आतंकवाद’ की भी आलोचना करने की ईमानदारी होती। जावेद अख्तर के ट्वीट के जवाब में भाजपा प्रवक्ता जीवीएल. नरसिम्हा राव ने ट्वीट किया, ‘जावेदजी काश की आप में कांग्रेस द्वारा लाए गए हिंदू आतंकवाद की निंदा करने की भी ईमानदारी होती। लगता है आप राहुल गांधी के लिए फिक्शनल स्क्रिप्ट लिख रहे हैं जैसा कि आपने फिल्मों में बहुत ही अच्छी तरह से किया है। या फिर हिंदू आतंकवाद ठीक उसी तरह आपके ही दिमाग की उपज का नतीजा था जैसा कि बताया जाता है कि मौत का सौदागर भी आपका का ही आइडिया था।’ बता दें कि लोकसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस की तत्कालीन अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नरेंद्र मोदी को ‘मौत का सौदागर’ करार दिया था। उनके इस बयान को लेकर राजनीतिक विवाद पैदा हो गया था।
Javed Ji, Wish you had the honesty to condemn @INCIndia for "Hindu Terror" formulation. Seems you are in awe of @RahulGandhi for writing a fictional script like you have done so well in films. OR, is "Hindu Terror" also your brainwave as your reported idea of "Maut Ka Saudagar?" https://t.co/35MTCJJal5
— GVL Narasimha Rao (@GVLNRAO) April 18, 2018
वर्ष 2007 में हैदराबाद की ऐतिहासिक मक्का मस्जिद में धमाका हुआ था, जिसमें आठ लोगों की मौत हो गई थी और दर्जनों की तादाद में लोग घायल हुए थे। एनआईए की विशेष अदालत ने असीमानंद समेत मामले के सभी आरोपियों को बरी कर दिया। कोर्ट ने जांच एजेंसी की ओर से आरोपियों के खिलाफ पेश सबूतों को अपर्याप्त बताया था। कोर्ट के फैसले के बाद से भाजपा हिंदू आतंकवाद को लेकर कांग्रेस पर हमलावर हो गई है। भाजपा कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से इस मसले पर माफी की मांग कर रही है। कोर्ट का फैसला आने के बाद जावेद अख्तर ने ट्वीट कर जांच एजेंसी पर निशाना साधा था। उन्होंने लिखा था, ‘मिशन पूरा हुआ! मक्का मस्जिद मामले में बेहतरीन सफलता के लिए एनआईए को मेरी ओर से बधाई। अब जांच एजेंसी के पास अंतरधार्मिक मामलों की जांच करने के लिए काफी समय होगा।’ बता दें कि इस मामले की जांच सबसे पहले हैदराबाद पुलिस ने शुरू की थी। इसके बाद इस मामले को सीबीआई के हवाले किया गया था और फिर एनआईए को सौंपा गया था।