BioNTech कंपनी के सीईओ उगुर साहिन, जिन्होंने कि पीफिजर के साथ मिलकर एक कोरोना वैक्सीन तैयार की है, ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि कोरोना वायरस अगले 10 साल तक रहने वाला है। उन्होंने कहा कि अगले साल गर्मियों के बाद इसे न्यू नॉर्मल की तरह लिया जाने लगेगा।

जब उनसे मीडिया ने पूछा कि क्या दुनिया पहले की तरह सामान्य हो जाएगी तो उन्होंने कहा, “हमें नॉर्मल की एक नई परिभाषा की जरूरत है। ये वायरस हमारे साथ 10 सालों तक रहने वाला है। हमें इस बात के लिए तैयार रहना चाहिए कि अभी कोरोना का प्रकोप जारी रहेगा।”

साहिन ने कहा कि न्यू नॉर्मल का मतलब ये नहीं है कि दुनिया के सारे देश हमेशा लॉकडाउन में रहेंगे। उन्होंने कहा, ‘ इस साल सर्दियों में हम कोरोना के मामलों को कम नहीं कर सके लेकिन अगली सर्दी तक हम न्यू नॉर्मल को देख सकेंगे। हम कोरोना को रोकने में जरूरी प्रभावी होंगे।”

जब उनसे पूछा गया कि क्या दुनिया की 60 से 70 फीसदी आबादी का टीकाकरण कर वायरस के प्रकोप को रोका जा सकता है तो उन्होंने कहा कि वायरस अगर अपना रूप बदलता है तो तब तो हमें इससे भी ज्यादा लोगों का टीकाकरण करना होगा।

बता दें कि BioNTech ये पता लगाने की कोशिश कर रही है क्या उसकी वैक्सीन उस नए स्ट्रेन पर भी असरदार है जो कि यूके में पाया गया है। उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी को 2 हफ्ते का समय और चाहिए जिससे पता लगा सकें कि ये वायरस के नए रूप को रोकने में वैक्सीन प्रभावी है कि नहीं।

उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक तौर पर ये तो सही है कि वैक्सीन से जो प्रतिरोधक क्षमता विकसित हुई है वह कोरोना के नए रूप पर भी काम करेगी। उन्होंने कहा कि हमारी वैक्सीनमें 1,270 अमीनो एसिड हैं नए वायरस से उसमें 9 में ही बदलाव देखा गया है। उन्होंने कहा कि 99 प्रतिशत प्रोटीन जैसा का तैसा रहा।

बता दें कि कोरोना के नए स्ट्रेन के चलते दुनिया भर में लोग परेशान हैं। 40 देशों ने यूके पर यात्रा से जुड़े प्रतिबंध लगाए हैं। भारत में यूके से आए लोगों के लिए अलग से एसओपी जारी की गई है।