बायोकॉन प्रमुख किरण मजूमदार शॉ ने दावा किया है कि कैफे कॉफी डे के संस्थापक वीजी सिद्धार्थ की मौत के बाद “एक सरकारी अधिकारी” ने उन्हें फोन करके बताया कि आयकर उत्पीड़न जैसे मुद्दों पर बात न करें। शनिवार को मजूमदार शॉ ने अंग्रेजी अखबार ‘द टेलिग्राफ’ के एक सवाल के जवाब में बताया,”उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि कृपया इस तरह के बयान न दें।” गौरतलब है कि इन्फोसिश के पूर्व निदेशक जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अच्छे काम का समर्थन करते रहे हैं, उन्होंने समाचार वेबसाइट क्विंट को बताया था कि बायोकॉन के संस्थापक को इनकम टैक्स विभाग की तरफ से फोन किया गया हैं।

यह पूछे जाने पर कि क्या वह कॉल एक सलाह या चेतावनी की तरह लग रहा था, मजूमदार शॉ ने कहा: “आप इसे कई तरीकों से कॉल कर सकते हैं।” उन्होंने कहा, “व्यक्तिगत रूप से, मुझे कर विभाग के साथ कोई समस्या नहीं थी।” शॉ ने आश्चर्य जाहिर किया कि इस मसले परर कॉरपोरेट जगत इतना चुप क्यों है। उन्होंने पूछा, “कोई किसी का मज़ाक नहीं उड़ा रहा है। केवल आप ही तय कर सकते हैं कि आप बोलना चाहते हैं या नहीं। यदि आप अपने टैक्स का भुगतान कर रहे हैं, तो आपको चिंता क्यों करनी चाहिए? कॉर्पोरेट जगत इतना चुप क्यों है?

गौरतलब है कि मोहनदास पाई ने वीजी सिद्धार्थ की मौत के बाद कहा था कि देश में ‘टैक्स टेरर’ है। उन्होंने कहा था कि टैक्स महकमे की तरफ से फोन सिर्फ मजूमदार शॉ को ही नहीं बल्कि कई लोगों को किया गया है। कई लोगों को धमकी दी गई है।