कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के जीजा और कारोबारी रॉबर्ट वाड्रा की मुश्किलें बढ़ गई हैं। शुक्रवार (15 फरवरी, 2019) को बीकानेर जमीन घोटाला मामले में उन पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई की। ‘पीटीआई’ के मुताबिक, ईडी ने वाड्रा और इस मामले में अन्य आरोपियों की तकरीबन 4.62 करोड़ की संपत्तियों को अटैच कर लिया है। ये संपत्तियां उनकी कंपनी मेसर्स स्काई लाइट हॉस्पिटैलिटी (प्राइवेट) लिमिटेड (अब एलएलपी) व अन्य की हैं।
ईडी के हवाले से पीटीआई की रिपोर्ट में कहा गया, “जब्त की गई संपत्तियों में चार लोगों की 18,59,500 रुपए की चल संपत्तियां और रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी मैसर्स स्काई लाइट हॉस्पिटलिटी (प्राइवेट) लिमिटेड (अब एलएलपी) के स्वामित्व वाली 4,43,36,550 रुपए कीमत वाली नई दिल्ली के 268, सुखदेव विहार स्थित एक अचल संपत्ति शामिल हैं।”
‘पीटीआई’ के मुताबिक, ईडी ने 2015 में सौदे के सिलसिले में आपराधिक मामला दर्ज किया था। बीकानेर के तहसीलदार ने इलाके में जमीन के आवंटन में कथित धोखाधड़ी के बारे में शिकायत की थी, जिसके बाद राजस्थान पुलिस ने प्राथमिकी और आरोप-पत्र दायर किए थे। यह इलाका भारत-पाकिस्तान सीमा के पास होने से खासा संवेदनशील माना जाता है।
वाड्रा और उनकी मां मौरीन इससे पहले मंगलवार को जयपुर में ईडी के समक्ष पेश हुए थे। कांग्रेस महासचिव और वाड्रा की पत्नी प्रियंका गांधी उनके साथ जांच एजेंसी के दफ्तर तक गए थे। ईडी ने विदेश में कथित तौर पर अवैध तरीके से संपत्तियां खरीदने के मामले में वाड्रा के खिलाफ जांच के तहत उनसे दिल्ली में पिछले सप्ताह तीन दिन तक पूछताछ की थी।