Bihar SIR News: बिहार वोटर लिस्ट का मुद्दा सड़क से संसद तक गूंज रहा है। 1 सितंबर तक राज्य के वोटर्स को डॉक्यूमेंट जमा करने हैं। इसी बीच, इलेक्शन कमीशन ने घोषणा की है कि एसआईआर के लिए जो भी ऑफिशियल डॉक्यूमेंट हासिल करने हैं, उसमें वांलटियर वोटर्स की मदद करेंगे। इंडियन एक्सप्रेस ने राज्य के करीब एक दर्जन से ज्यादा बीएलओ से बात की है। महीने भर चले एसआईआर प्रोसेस के बाद भी उनका कहना है कि जिन लोगों को 11 डॉक्यूमेंट्स में से एक जमा करना था, उनमें से ज्यादातर ऐसा नहीं कर पाए हैं।

दानापुर विधानसभा क्षेत्र के एक बीएलओ ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘मेरे बूथ पर एनुमेरेशन फॉर्म जमा करने वाले 1,200 वोटर्स में से 550 वोटर्स 2003 की वोटर लिस्ट में थे। बाकी 650 वोटर्स में से केवल 60 लोगों ने ही 11 डॉक्यूमेंट्स में से किसी एक के साथ फॉर्म जमा किए हैं। हम पर ऐसे वोटर्स से डॉक्यूमेंट्स हासिल करने का भारी दबाव है जिन्होंने केवल फॉर्म जमा किए हैं।’ उन्होंने बताया कि बीएलओ अभी भी कुछ लोगों से फॉर्म स्वीकार कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘हमें सोमवार तक फॉर्म स्वीकार करने को कहा गया है, क्योंकि पहला इलेक्टोरल ड्राफ्ट 1 अगस्त तक पब्लिश हो जाएगा।’

बांका विधानसभा के बीएलओ ने क्या कहा?

बांका विधानसभा क्षेत्र के एक बीएलओ ने कहा, ‘मेरे बूथ पर लगभग 1300 वोटर्स हैं। इनमें से 500 से ज्यादा वोटर्स ऐसे भी हैं जो साल 2003 की लिस्ट में शामिल थे। बाकी वोटर्स में से केवल 50 लोगों ने ही 11 में से एक डॉक्यूमेंट के साथ फॉर्म जमा किए हैं। मेरे अपलोड किए गए डॉक्यूमेंट्स का पर्सेंटेज बहुत कम है, इसलिए मुझे 11 डॉक्यूमेंट्स वॉले कॉलम में कम से कम 20-30 पर्सेंट डॉक्यूमेंट्स जमा करने के लिए कहा गया था। मैं यह मानकर बढ़ा-चढ़ाकर संख्या दर्ज कर रहा हूं कि मुझे बाद में जरूरी डॉक्यूमेंट्स मिल जाएंगे। ईआरओ शायद अच्छा प्रतिशत दिखाना चाहते हैं।’

बिहार के 65 लाख मतदाताओं का क्या होगा

सरायंजन विधानसभा सीट के एक बीएलओ की भी बातें कुछ ऐसी ही मिलती जुलती थीं। उन्होंने कहा, ‘मेरे इलाके में दलित और ईबीसी की अच्छी खासी संख्या है। मेरे बूथ के 900 वोटर्स में से केवल 400 के नाम 2003 की वोटर लिस्ट में हैं। लेकिन, अब तक केवल 25 लोगों ने ही जाति या रेजिडेंशियल सर्टिफिकेट जमा किए हैं। उनमें से ज्यादातर के पास डॉक्यूमेंट्स नहीं हैं। कुछ लोग रेजिडेंशियल सर्टिफिकेट का इंतजार कर रहे हैं। मैं अपने वोटर्स के लिए 2003 की वोटर लिस्ट की फोटोकॉपी बनवाने के लिए अपनी जेब से पैसे भी खर्च कर रहा हूं।’

पूर्णिया के बीएलओ ने क्या बताया?

पूर्णिया के श्रीनगर ब्लॉक के एक बीएलओ ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, ’11 डॉक्यूमेंट्स में से किसी एक के साथ फॉर्म अटैच करना बहुत कठिन है। मेरे बूथ पर लगभग 1,000 वोटर्स हैं, जिनमें से आधे 2003 की लिस्ट में थे। मेरे क्षेत्र में एजुकेशन की स्थिति काफी अच्छी है फिर भी केवल 100 लोगों ने ही दसवीं क्लास का बोर्ड या रेजिडेंशियल सर्टिफिकेट जमा किया है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘मुझे संदेह है कि डॉक्यूमेंट्स जमा करने के लिए एक महीने का ज्यादा समय भी कुछ खास बदल पाएगा।’

कटिहार के बलरामपुर ब्लॉक के एक बीएलओ ने बताया, ‘मेरे पोलिंग बूथ के 990 वोटर्स में से लगभग 425 वोटर्स 2003 की लिस्ट में थे। केवल 150 लोगों ने ही 11 डॉक्यूमेंट्स में से किसी एक के साथ फॉर्म जमा किए। इनमें ज्यादातर दसवी क्लास का सर्टिफिकेट, मदरसा बोर्ड से प्राप्त सर्टिफिकेट, परिवार रजिस्टर और पासपोर्ट शामिल थे।’

अररिया जिले के अररिया ब्लॉक में एक बीएलओ ने बताया, ‘मेरे बूथ पर 950 वोटर्स थे। इनमें से 450 2003 की लिस्ट में थे। लगभग 250 लोगों ने रेजिडेंशियल सर्टिफिकेट, पासपोर्ट और जमीन के कागजात जैसे डॉक्यूमेंट्स के साथ फॉर्म जमा किए। लगभग 220 लोगों ने अन्य डॉक्यूमेंट्स के साथ फॉर्म जमा किए।’

ज्यादातर सर्टिफिकेट दसवीं क्लास के थे – किशनगंज के बीएलओ

किशनगंज के एक बीएलओ ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, ‘मेरे बूथ के लगभग 1,100 वोटर्स में से 550 वोटर्स 2003 की वोटर लिस्ट में हैं। लगभग 250 लोगों ने दसवीं क्लास के बोर्ड प्रमाणपत्र और पासपोर्ट सहित 11 डॉक्यूमेंट्स में से किसी एक के साथ अपने फॉर्म जमा किए। केवल 36 वोटर्स ही वोटर लिस्ट से हटाए गए।’ मुंगेर के तारापुर के एक बीएलओ ने बताया, ‘770 वोटर्स में से 650 ने डॉक्यूमेंट्स के साथ या बिना डॉक्यूमेंट्स के अपने फॉर्म भरे। लगभग 220 2003 की लिस्ट में थे और 120 से ज्यादा लोगों ने जरूरी डॉक्यूमेंट्स में से किसी एक के साथ फॉर्म जमा किए। इनमें से ज्यादातर दसवीं क्लास के सर्टिफिकेट थे।’

रोहतास के सासाराम नगर निगम के एक बीएलओ ने बताया, ‘कुल 1240 वोटर्स में से लगभग 440 के नाम 2003 की वोटर लिस्ट में हैं। लगभग 150 ने 11 में से एक डॉक्यूमेंट्स के साथ अपने फॉर्म जमा कर दिए हैं।’ भगवानपुर (कैमूर) में एक बीएलओ ने बताया, ‘मेरे बूथ पर कुल वोटर्स की संख्या 1,470 है। इनमें 2003 की लिस्ट के 500 वोटर शामिल हैं। कुल 1,296 फॉर्म जमा किए गए, लेकिन केवल 20 के पास ही 11 में से कोई एक दस्तावेज अटैच था।’ दरभंगा के केवटी में एक बीएलओ ने बताया, ‘1110 वोटर्स में से 515 के नाम 2003 की लिस्ट में हैं। लगभग 425 ने 11 में से एक डॉक्यूमेंट्स के साथ फॉर्म जमा किए।’

कितने बीएलओ तैनात किए गए

बेगूसराय के साहेबपुर कमाल के एक बीएलओ ने बताया, ‘मेरे बूथ के 1,005 वोटर्स में से 560 के नाम 2003 की लिस्ट में हैं। लगभग 375 ने 11 डॉक्यूमेंट्स में से एक के साथ फॉर्म जमा किए।’ एसआईआर के तहत, चुनाव आयोग ने 38 डीईओ, 243 ईआरओ, 2,976 एईआरओ और 77,895 बीएलओ तैनात किए हैं। एक ईआरओ ने कहा, ‘आखिरकार, हमें असली वोटर्स का पता लगाने के लिए जमीन के डॉक्यूमेंट्स, परिवार रजिस्टर और सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों की डिटेल देखनी होगी। वोटर लिस्ट रिवीजन के खिलाफ ADR ने सुप्रीम कोर्ट में खोला चुनाव आयोग के खिलाफ मोर्चा