भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय उर्वरक एवं रसायन मंत्री अनंत कुमार ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा नीत राजग के एजेंड के विरोध में नकारात्मक प्रचार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस चुनाव में ‘जंगलराज’ और विकास के बीच सीधा मुकाबला है।

पटना में पत्रकारों को संबोधित करते हुए अनंत ने कहा कि इस चुनाव में मुख्यमंत्री भाजपा नीत राजग की स्पष्ट बढत से से परेशान हैं जबकि राजद प्रमुख ने स्वीकार किया कि उनके द्वारा ‘बीफ’ खाने संबंधी बयान देते वक्त उनके मुंह में शैतान प्रवेश कर गया था।

उन्होंने बिहार की जनता से अगले पांच सालों के दौरान राजग के अपने विकास रूपी ब्ल्यूप्रिंट को लागू करने के लिए निर्णायक जनादेश देने की अपील करते हुए कहा कि धर्मनिरपेक्ष महागठबंधन के नकारात्मक प्रचार भाजपा नीत गठबंधन के विकासपरख राजनीति के विरुद्ध है।

अनंत ने कहा कि वे 40 हजार करोड़ रुपये की जारी परियोजनाओं को पूरा करने के साथ बिहार के विकास के लिए प्रधानमंत्री द्वारा घोषित 1.25 लाख करोड़ रुपये के विशेष पैकेज को लागू करने के लिए व्यापक योजना लाएंगे।

केंद्रीय उर्वरक एवं रसायन मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अनंत कुमार ने बिहार के 6.68 करोड मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करते हुए कहा कि राज्य सरकार के केंद्र के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने पर पर विशेष पैकेज को लागू किया जा सकता है न कि वर्तमान झगड़ालू सरकार की तरह।

बेंगलूर (दक्षिण) लोकसभा सीट से सांसद अनंत ने कहा कि वे वहां की आईटी कंपनियों को बिहार में निवेश के लिए प्रेरित करेंगे ताकि अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सके। बिहार में यूरिया आपूर्ति की समस्या पर अनंत ने कहा कि बरौनी स्थित उर्वरक कारखाना जीर्णोद्धार के बाद 13 लाख टन यूरिया का उत्पादन करेगा जिससे स्थानीय किसानों की इस प्राथमिक उर्वरक की आवश्यक्ता की पूर्ति हो सके।

राजद प्रमुख के ‘बीफ’ को लेकर की गयी टिप्पणी से उत्पन्न विवाद पर अनंत ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की चुप्पी पर प्रश्न खड़ा करते हुए कहा कि जदयू के वरिष्ठ नेता को इस बारे में अपनी राय स्पष्ट करनी चाहिए थी।

राजद प्रमुख की उस टिप्पणी कि कांग्रेस के बिहार में मरणासन्न की स्थिति में होने के कारण वे चुनावी सभाओं में सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ मंच साझा नहीं करेंगे। अनंत ने बिहार विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण का मतदान संपन्न होने के पूर्व उसके बिखरने का दावा किया।