बिहार के मधुबनी में एक गांव की पंचायत ने महिलाओं के शादियों में नाचने और रात 8 बजे के बाद खुले में शौच करने पर पांबदी लगा दी है। इसके साथ ही अविवाहित लड़कियों के मोबाइल फोन रखने और साथ ही गांव में होने वाले कार्यक्रमों में भोजपुरी गानों पर भी बैन लगा दिया है। यह फैसला बासोपट्टि ब्लॉक स्थित हत्थापुर परसा पंचायत ने सुनाया है।

महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे क्राइम को कम करने के लिए पंचायत की बैठक हुई जिसमें एक बाद एक पाबंदियों पर हामी भर दी गई। पंचायत के कार्यवाहक सरपंच योगेंद्र मंडल ने बताया ‘सभी की सहमति से अविवाहित लड़कियों के फोन रखने पर पाबंदी लगाई गई है। जरुरत पड़ने पर लड़कियां अपने अभिभावकों या परिवार के अन्य सदस्यों की मौजूदगी में मोबाइल मांगकर बातचीत कर सकती हैं।’

उन्होंने आगे बताया ‘पंचायत ने इसके अलावा यह भी फैसला लिया है कि जो भी लड़की और औरत शादी समारोह में नाचेंगी उनका सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा। यही नहीं लड़कियों पर जुर्माना भी लगाया जाएगा। इसके अलावा पंचायत ने फैसला लिया है कि गांव में शादियों और अन्य किसी भी तरह के समारोह में भोजपुरी गाने नहीं बजाए जाएंगे। सिर्फ हिंदी और मैथली गानों को ही बजाए जाने की अनुमति दी गई है। नए नियमों का उल्लंघन न हो इसके लिए अभिभावकों की जिम्मेदारी तय की गई है।’

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वहीं पंचायत के पूर्व मुखिया संयोग लाल यादव ने कहा है कि यह सभी फैसले महिलाओं के खिलाफ बढ़ते क्राइम को कम करने के लिए गए हैं। उन्होंने कहा ‘ऐसे कई मामले सामने आए हैं जब लड़का और लड़की फोन के जरिए एक दूसरे के संपर्क में आए हैं। पंचायत के अंतर्गत कई कॉलेज और स्कूल जाने वाली छात्राओं के घर से भाग जाने के मामले सामने आए हैं। पंचायत के इन फैसलों की आस-पास के गांवों में भी जमकर तारीफ हो रही है।’