बिहार में एक बार फिर से बाढ़ का कहर शुरू हो गया है। राज्य के कई जिलों में लोग सुरक्षित स्थानों की तरफ पलायन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वे किया। मोतिहारी, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर सहित 11 जिलों में बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा है।
गंडक नदी के उफान पर होने के कारण गोपालगंज में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिले के कुचायकोट, माझा, बरौली, सिधवलिया और बैकुंठपुर प्रखंड के करीब 42 गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। मोतिहारी में बाढ़ और नदी द्वारा हो रहे कटान से संकट बढ़ता जा रहा है। सुगौली में नदी के कटान के कारण किनारे में बने घर पानी बह गए। मधुबनी जिले में भी बारिश की वजह से कमला बलान नदी उफान पर है। लोगों के घर बाढ़ की पानी से चौतरफा घिरे हुए हैं।
#WATCH | Bihar: A house collapses in Bhawanipur, Motihari as incessant rainfall leads to a rise in water level of Sikrahna (Burhi Gandak) river, leading to soil erosion at river banks. The house was damaged due to heavy rainfall and unoccupied at the time of the incident. pic.twitter.com/JVRwcnr9xI
— ANI (@ANI) July 4, 2021
समस्तीपुर रेलमंडल के सगौली-नरकटियागंज रेलखंड पर ट्रेनों का परिचाल बंद हो गया है। इधर कोसी नदी में उफान के कारण सुपौल और अन्य जिलों में बाढ़ के हालात उत्पन्न हो गए हैं। मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाना परिसर में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। गंडक, बागमती, कमला और महानंदा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। खिरोई, बागमती, कमला, लालबकेया और अधवारा समूह की नदिया भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
राज्य के कई हिस्सों में बांध टूटने की भी खबर है। दुधौरा के बाद तिलावे व बंगरी नदी पर बने बांध के टूटने के बाद यहां तबाही और बढ़ गयी है। कई जगहों पर राज्य सरकार की तरफ से एसडीआरएफ की टीम को राहत और बचाव कार्य में लगाया गया है।
बताते चलें कि बिहार में कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। सरकारी स्तर पर अभी तक लोगों को बहुत अधिक मदद नहीं मिल रही है। बेघर हुए लोगों के सामने खाने पीने तक की समस्या आ गयी है।