ऑटो सेक्टर लगातार मंदी की चपेट में जा रहा है मगर बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी का दावा है कि इसका असर उनके राज्य में नहीं पड़ा, बल्कि प्रदेश में गाड़ियों की बिक्री में बढ़ोतरी देखने को मिली है। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में मौजूदा वक्त में लोग ज्यादा बिस्कुट भी खरीद रहे हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई ने सुशील मोदी के हवाले से बताया, ‘मैं एक अखबार में पढ़ रहा था कि लोगों ने बिस्कुट खरीदना बंद कर दिया है। हालांकि जब मैंने बिहार में बिस्कुट निर्माताओं से बात की तो उन्होंने मुझे बताया कि राज्य और देश में बिस्कुट की बिक्री में बढ़ोतरी हुई है।’

डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि ‘कुछ लोग कह रहे हैं कि अर्थव्यवस्था मंदी का सामना कर रही है। यह सच है कि ऑटोमोबाइल सेक्टर में गिरावट आई है। मगर बिहार में वाहनों की बिक्री में कोई गिरावट नहीं आई है। प्रदेश में पिछले साल की तुलना में वाहनों की बिक्री में बढ़ोतरी ही हुई है।’ हालांकि ऐसा पहली बार नहीं है जब मंदी पर डिप्टी सीएम ने अपनी राय दी हो। हाल ही में उन्होंने मंदी को मौसम से जोड़ते हुए कहा कि सावन, भादो में हर साल मंदी होती है।

सुशील मोदी ने इस बारे में एक ट्वीट कर कहा, ‘वैसे तो हर साल सावन-भादो में मंदी रहती है, लेकिन इस बार कुछ राजनीतिक दल इसको लेकर हल्ला मचा रहे हैं। ये दल चुनाव में अपनी हार की खीझ निकाल रहे हैं।’ बता दें कि ऑटो सेक्टर में मंदी के चलते लाखों लोगों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा है जबकि अभी और भी नौकरियां खत्म होने का खतरा मंडराने लगा है।

इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट अहमदाबाद (IIM-A) की ओर से कराए गए मासिक बिजनेस इन्फ्लेशन एक्सपेक्टेशंस सर्वे (BIES) में खुलासा हुआ है कि जुलाई में देश की बहुत सारी कंपनियों के मुनाफे पर तगड़ी चोट लगी है। सर्वे में शामिल की गईं 1600 कंपनियों में से तीन चौथाई यानी करीब 1200 कंपनियों ने ‘सामान्य से कम’ बिक्री की बात मानी। वहीं, करीब आधी कंपनियों ने माना कि ‘प्रॉफिट मार्जिन सामान्य से बेहद कम’ रहा।

ये रिपोर्ट ऐसे वक्त में सामने आई है जब अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर नकारात्मक खबरों का दौर जारी है। सोमवार को खबर आई कि कोयला, कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस और रिफाइनरी उत्पादन घटने से आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर जुलाई में गिर कर 2.1 प्रतिशत पर आ गई है। जुलाई, 2018 में बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर 7.3 प्रतिशत रही थी।