बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह के विवादित बयानों का सिलसिला लगातार जारी है। गिरिराज ने अपने ताजा बयान में कहा है कि पूर्वजों से भूल हो गई, मुसलमान भाइयों को 1947 में पाकिस्तान भेज दिया जाना चाहिए था। अपने इस बयान को लेकर गिरिराज एकबार फिर विवाद में हैं। लोक जन शक्ति पार्टी के अध्यक्ष व जमुई से सांसद चिराग पासवान ने उनके इस बयान की कड़ी आलोचना की है। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले पासवान ने उनके बयान को विभाजनकारी करार दिया है। उन्होंने कहा है कि वह उनके बयान से सहमत नहीं हैं। ऐसे बयानों से दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी ने अपना हश्र देख चुकी है।
बता दें कि बिहार के पूर्णिया में मीडिया को संबोधित करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि ‘1947 से पहले जिन्ना ने इस्लामिक देश की मांग की। सभी मुस्लिम भाईयों को उसी वक्त वहां भेज दिया जाता और हिन्दुओं को यहां लाया जाता तो हम उस स्थिति में नहीं होते, जहां आज हैं। यह हमारे पूर्वजों की बड़ी चूक थी, जिसकी कीमत हम चुका रहे हैं। देश के सामने यह स्वीकार करने का वक्त है। अगर भारत में ही भारतवंशियों को जगह नहीं मिलेगी, तो दुनिया में ऐसा कौन सा देश है जो उन्हें शरण देगा।
इससे पहले 15 फरवरी को उन्होंने देवबंद को “आतंकवाद की गंगोत्री” करार दिया था। उन्होंने कहा था कि यहां से मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद जैसे लोग निकलते हैं। उनके इस बयान से विवाद खड़ा हो गया।
वहीं बीते 5 फरवरी को वीडियो क्लिप शेयर कर बोले गिरिराज सिंह ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ शाहीन बाग आंदोलन को लेकर टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि ‘शाहीन बाग सिर्फ आंदोलन नहीं, वहां सुसाइड बॉम्बर का जत्था बनाया जा रहा।’