राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत द्वारा ‘भारतीयों का डीएनए एक है’ कहे जाने के बाद राजनीतिक बयानबाजी का दौर जारी है।
सुहेलदेव समाज पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने एक विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि बीजेपी नेताओं ने अपनी बहन बेटियों की शादी मुसलमानों से करवायी है। इसलिए उनका डीएनए तो एक होगा ही।
वाराणसी में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग गरीब, कमजोर, पिछड़ों और हिंदू-मुसलमान को आपस में लड़ाकर दंगा कराते हैं। लेकिन इनके नेताओं के संबंध मुसलमानों से अच्छे रहते हैं। साथ ही उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी के भागवत पर दिए गए बयान का भी समर्थन किया। गौरतलब है कि असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि ये नफरत हिंदुत्व की देन है।
‘BJP के बड़े नेताओं ने अपनी बहन-बेटियों की शादियां मुस्लिमों से कराईं’
Om Prakash Rajbhar के विवादित बोल#UttarakhandCM pic.twitter.com/prMfBE8CtH
— News24 (@news24tvchannel) July 6, 2021
एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट किया था, ‘‘ आरएसएस के भागवत ने कहा “लिंचिंग करने वाले हिंदुत्व विरोधी”। इन अपराधियों को गाय और भैंस में फ़र्क़ नहीं पता होगा लेकिन क़त्ल करने के लिए जुनैद, अखलाक़, पहलू, रकबर, अलीमुद्दीन के नाम ही काफी थे। यह नफ़रत हिंदुत्व की देन है, इन मुजरिमों को हिंदुत्ववादी सरकार का संरक्षण हासिल है।’’
बताते चलें कि रविवार को मोहन भागवत ने कहा था कि सभी भारतीयों का डीएनए एक है और मुसलमानों को ‘‘डर के इस चक्र में’’ नहीं फंसना चाहिए कि भारत में इस्लाम खतरे में है। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग मुसलमानों से देश छोड़ने को कहते हैं, वे खुद को हिन्दू नहीं कह सकते। वह राष्ट्रीय मुस्लिम मंच द्वारा यहां ‘हिन्दुस्तानी प्रथम, हिन्दुस्तान प्रथम’ विषय पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि लोगों में इस आधार पर अंतर नहीं किया जा सकता कि उनका पूजा करने का तरीका क्या है।
हालांकि मोहन भागवत की ओर से मुस्लिम समुदाय के संदर्भ में दिए ताजा बयान को लेकर विपक्ष और मुस्लिम समाज के कई नेताओं ने सोमवार को कहा कि संघ प्रमुख की बात का उसी स्थिति में महत्व होगा, जब उनकी कथनी के मुताबिक जमीन पर अमल भी दिखे।
