नई दिल्ली। हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार का राबर्ट वाड्रा से जुड़े भूमि सौदे को लेकर कोई लेना-देना नहीं है और जो लोग इस तरह के आरोप लगा रहे हैं वे मामले की जांच के लिए लोकायुक्त से संपर्क साध सकते हैं। हुड्डा ने कहा कि हरियाणा सरकार का इससे (भूमि सौदे से) कोई लेना-देना नहीं है। ऐसा जो भी कह रहे हैं वे गुमराह कर रहे हैं। अगर कोई एक इंच सरकारी भूमि (के गलत इस्तेमाल) के बारे में साबित कर दे तो मैं आज पद छोड़ने के लिए तैयार हूं। चाहें तो वे लोकायुक्त से भी अपील कर सकते हैं।
हिसार में सोमवार एक चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा और डीएलएफ के बीच भूमि सौदे को मंजूरी देने के लिए चुनाव आयोग से हुड्डा पर कड़ा संज्ञान लेने को कहा।
दूसरी ओर हरियाणा प्रदेश कांग्रेस का कहना है कि हुड्डा के विरोधी उनके खिलाफ एक भी विश्वसनीय आरोप नहीं लगा पा रहे हैं। भाजपा हवा में ही अपनी सरकार बनाती नजर आ रही है। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता प्रो. रति राम ने कहा कि इनेलो कार्यकाल को लोग अभी तक भूल नहीं पाए हैं, इसीलिए राज्य में कांग्रेस मुख्यमंत्री हुड्डा जनता की पहली पसंद बने हुए हैं। उन्होंने एक बयान में कहा कि भाजपा के पास तो मुख्यमंत्री पद के लिए एक चेहरा तक नहीं है। मजबूरन उसे नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट मांगने पड़ रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने दावा किया कि मोदी लहर पूरी तरह खत्म हो चुकी है। जनता से किए वादों का भाजपा के पास कोई जवाब नहीं है। चाहे महंगाई हो, भारत-पाकिस्तान सीमा पर गोलीबारी की घटनाएं हों या चीन सीमा पर घुसपैठ का मामला, भाजपा के पास कोई जवाब नहीं है।
कांग्रेस प्रवक्ता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने चंडीगढ़ में कहा कि मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि हरियाणा सरकार और प्रशासन कानूनों व आचार संहिता के साथ इस बात से भी भली भांति वाकिफ है कि किस चीज की इजाजत है और किस चीज की नहीं। मोदी हर चीज को सनसनीखेज बनाने और राजनीतिक रंग देना चाहते हैं। शर्मा ने कहा कि हुड्डा और उनके मंित्रमंडलीय सहकर्मी कानून से वाकिफ हैं और मोदी को माकूल जवाब देंगे।