भोपाल में दो संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिकों ने फर्जी तरीके से आधार कार्ड और मतदाता पहचान पत्र बनवा लिए। इनके आधार पर ही दोनों ने पासपोर्ट भी बनवा लिया।

पुलिस ने बताया कि मामले का खुलासा तब हुआ, जब सुरक्षा एजेंसियों को दस्तावेजों की जांच के दौरान संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिली। दोनों आरोपी फरारा हैं।

पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर दोनों की तलाश शुरू कर दी है।

अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (जोन-4) मलकीत सिंह ने पीटीआई वीडियो से बातचीत में कहा कि दोनों आरोपी, रिहान अंसारी और मकबूल अंसारी भाई हैं और उनके खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि दोनों की तलाश की जा रही है।

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भोपाल से की इंजीनियरिंग की पढ़ाई

मलकीत सिंह ने बताया कि दोनों आरोपियों ने 2014 से 2018 के बीच भोपाल में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और इसी दौरान कोलार रोड थाना क्षेत्र में किराये के एक मकान में रहते हुए आधार कार्ड और मतदाता पहचान पत्र बनवा लिए।

पुलिस अफसर ने बताया कि इसी के आधार पर दोनों ने पासपोर्ट भी बनवा लिए। उन्होंने बताया कि दोनों का पासपोर्ट रद्द करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।

पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या लोकल एजेंटों या कुछ अन्य लोगों ने जाली दस्तावेज हासिल करने में इन लोगों की मदद की थी।

खड़े हुए गंभीर सवाल

जाली दस्तावेजों के आधार पर पासपोर्ट बनवा लेने जैसी घटना ने पासपोर्ट विभाग और पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं क्योंकि पुलिस के सत्यापन के बाद ही विदेश मंत्रालय की तरफ से पासपोर्ट जारी किया जाता है।

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