Bhim Army Chief Chandrashekhar Azad: भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद पर देवबंद इलाके में हमला हुआ है। हरियाणा नंबर की कार से आए बदमाशों ने आजाद पर फायरिंग की। आजाद को छूते हुए गोली निकल गई। भीम आर्मी चीफ को घायल अवस्था में देवबंद के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी गाड़ी पर फायरिंग के निशान साफतौर पर देखे जा सकते हैं।
हमले के बाद भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने कहा, ‘मुझे याद नहीं है लेकिन मेरे लोगों ने उनकी पहचान की है। उनकी गाड़ी आगे सहारनपुर की तरफ भागी। हमने यू टर्न ले लिया। हमारी गाड़ी अकेली ही थी, कुल 5 लोग थे। हमारे साथी डॉक्टर को भी शायद गोली लगी है।’
चंद्रशेखर आजाद पर हमले की जानकारी होते ही पुलिस-प्रशासन घटनास्थल पर पहुंच चुका है। पूरे मामले की जांच की जा रही है कि आखिर आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष पर फायरिंग करने वाले कौन लोग थे। इसके पीछे उन लोगों का क्या मकसद था। चंद्रशेखर पर फायरिंग की घटना को लेकर यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने कहा कि गोली चंद्रशेखर को छूते हुए निकली है। पूरे मामले की जांच के लिए पुलिस-प्रशासन को आदेश दिया गया है।
एसएसपी डॉ. विपिन टाडा ने कहा, ‘चंद्रशेखर आज़ाद के काफिले पर कुछ कार सवार हथियारबंद लोगों ने गोलीबारी की। एक गोली उनके पास से निकल गई। वह ठीक हैं और उन्हें उपचार के लिए सीएचसी ले जाया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।’
हमले की सूचना चंद्रशेखर के राजनीतिक दल आजाद समाज पार्टी ने भी ट्वीट कर दी। पार्टी ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘देवबंद में राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद पर जानलेवा हमला हुआ है। ये बहुजन मिशन मूवमेंट को रोकने का कायराना कृत्य है। आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी, सख्त कार्रवाई और चंद्रशेखर आजाद की सुरक्षा की मांग करते हैं।’
10 जून को भीम आर्मी चीफ ने मध्य प्रदेश का किया था दौरा
10 जून को भीम आर्मी चीफ ने मध्य प्रदेश का दौरा किया था। ग्वालियर में उन्होंने सम्राट मिहिर भोज के प्रतिमा स्थल को मुक्त करने की बात कही थी। हालांकि इससे पहले चंद्रशेखर रावण ने अपने बयान में कहा था कि गुर्जर प्रतिहार सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा पर लगा हुआ टीन शेड नहीं हटाया गया तो हम खुद उसे हटा देंगे, लेकिन अब उनके स्वर अलग नजर आए।
‘मध्य प्रदेश में अकेले चुनाव लड़ेगी आजाद समाज पार्टी’
इस दौरान रावण ने साफ तौर पर कहा था कि “आजाद समाज पार्टी अपने दम मध्य प्रदेश में चुनाव लड़ेगी, सहयोगी दलों के संबंध में पार्टी क्या निर्णय लेती है ये हमारी आगे की रणनीति तय होगी, लेकिन यह बात बिल्कुल सही है कि अबकी बार मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए आजाद पार्टी पूरी तरह तैयार है और सबसे अधिक इस पार्टी में एसटीएससी वर्ग को मौका दिया जाएगा।
साल 2015 में भीम आर्मी की हुई थी स्थापना
चंद्रशेखर भीम आर्मी के सह-संस्थापक और अध्यक्ष हैं। वह अंबेडकरवादी कार्यकर्ता और वकील हैं। आजाद, सतीश कुमार और विनय रतन सिंह ने 2015 में भीम आर्मी की स्थापना की थी। यह संगठन भारत में शिक्षा के माध्यम से दलित हिंदुओं की मुक्ति के लिए काम करता है। यह पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दलितों के लिए मुफ्त स्कूल चलाता है। यहीं से चंद्रशेखर आजाद का राजनीतिक करियर शुरू हुआ। 15 मार्च 2020 को उन्होंने आजाद समाज पार्टी की स्थापना की। यह घोषणा बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक काशीराम की 86वीं जयंती पर की गई थी। इस पार्टी में समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और राष्ट्रीय लोक दल के 98 पूर्व नेता शामिल हुए थे।
भीम आर्मी का मुख्य आधार उत्तर प्रदेश है। सहारनपुर हिंसा के वक्त 2017 में भीम आर्मी चर्चा में आई। हिंसा की वजह जातीय संघर्ष था। हिंसा के आरोपों के बाद चंद्रशेखर को गिरफ्तार किया गया था।