भारतपे (Bhartpe) के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर अशनीर ग्रोवर और उनकी पत्नी माधुरी जैन को दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर रोका गया है। ग्रोवर अपनी पत्नी माधुरी जैन के साथ न्यूयॉर्क जा रहे थे लेकिन दोनों को देश से बाहर जाने से रोक दिया गया। गुरुवार देर रात दोनों को दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर रोक दिया।
अधिकारियों ने बताया कि EOW ने इन दोनों के खिलाफ पिछले हफ्ते लुकआउट सर्कुलर जारी किया था। जिसके आधार पर इन्हें एयरपोर्ट के टर्मिनल-3 पर फ्लाइट्स में सवार होने से रोका गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अशनीर ग्रोवर अपनी पत्नी के साथ न्यूयॉर्क जा रहे थे लेकिन सिक्योरिटी चेक के दौरान उन्हें एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया। ज्वाइंट कमिश्नर ऑफर पुलिस (EOW), सिंधू पिल्लई ने बताया, “उन्हें अपने दिल्ली आवास पर लौटने और अगले सप्ताह मंदिर मार्ग स्थित EOW के ऑफिस में जांच में शामिल होने के लिए कहा गया।”
अशनीर ग्रोवर और माधुरी जैन के खिलाफ लुकआउट
दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा के अनुरोध पर दंपति के खिलाफ एलओसी जारी किया गया था। इससे पहले जून में ईओडब्ल्यू ने दंपति और परिवार के कुछ अन्य सदस्यों के खिलाफ पैसों के गबन और भारतपे का संचालन करने वाली रेजिलिएंट इनोवेशंस प्राइवेट लिमिटेड को 81 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाने के लिए एफ़आईआर दर्ज की थी।
जून 2023 में दर्ज की थी FIR
जून 2023 में EOW ने अशनीर ग्रोवर और उनकी पत्नी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। ये FIR भारत-पे चलाने वाली रेजिलिएंट इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड (RIPL) को 81 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाने और पैसों का दुरुपयोग करने के मामले में दर्ज की गई थी। ईओडब्ल्यू की जांच में भी BharatPe के संचालन के दौरान वित्तीय अनियमितताओं का खुलासा हुआ है। अशनीर और माधुरी ही नहीं बल्कि एफआईआर में उनके परिवार के सदस्यों को भी शामिल किया गया था। इसमें दीपक गुप्ता, सुरेश जैन और स्वेतांक जैन शामिल थे।
क्या है मामला?
भारतपे की तरफ से दर्ज मामले के मुताबिक, ग्रोवर की पत्नी माधुरी जैन ने 8 ऐसे वेंडरों को 7.6 करोड़ के पेमेंट्स की अनुमति दी, जिन्होंने कंपनी में किसी भी एंप्लॉयी की भर्ती में कोई मदद नहीं की थी। कंपनी का दावा है कि जैन और उनके परिवार के सदस्यों ने न सिर्फ ऐसे फर्जी लेन-देन को बढ़ावा दिया, बल्कि इन 8 वेंडरों के जैन परिवार के साथ करीबी संबंध भी थे।
फिनटेक यूनिकॉर्न कंपनी ने अशनीर ग्रोवर, उनकी पत्नी माधुरी जैन और उनके परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ मुकदमा भी दायर किया है, जिसमें फंडों की हेराफेरी के लिए 88 करोड़ के मुआवजे की मांग की गई है। इन विवादों के बाद ग्रोवर ने कंपनी के एमडी पद से इस्तीफा दे दिया था जबकि उनकी पत्नी माधुरी जैन को फंडों की हेराफेरी मामले में कंपनी से हटा दिया गया था।
अशनीर ग्रोवर का पोस्ट
अशनीर ग्रोवर ने X अकाउंट पर इस मामले से जुड़ा एक लंबा चौड़ा पोस्ट किया है। इसमें उन्होंने लिखा, “नमस्ते! नमस्ते! क्या चल रहा है भारत में? फिलहाल तो अशनीर एयरपोर्ट पर रुका चल रहा है जनाब।”
अशनीर ग्रोवर ने आगे लिखा कि मई महीने में एफआईआर दर्ज होने के बाद से आज सुबह 8 बजे तक मुझे ईओडब्ल्यू से कोई समन नहीं मिला है। अशनीर ग्रोवर ने अपनी पोस्ट में आगे लिखा, ‘मैं 16-23 नवंबर तक अमेरिका जा रहा था। एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन पर मुझसे कहा गया एलओसी लगा हुआ है सर, ईओडब्ल्यू से चेक कर के बताते हैं। मुझे यह अजीब लगा क्योंकि मई में एफआईआर दर्ज होने के बाद से मैं 4 बार अंतरराष्ट्रीय यात्रा कर चुका हूं और कभी कोई समस्या नहीं हुई, मुझे एक बार भी बुलाया नहीं गया। उन्होंने लिखा, “इस सबके बीच मेरी फ्लाइट छूट गई, फिर ईओडब्ल्यू के लोगों ने इमीग्रेशन को निर्देश दिया कि हमें बाहर जाने दिया जाए ताकि हम अपने घर लौट सकें। आज सुबह EOW का समन होम डिलीवर हुआ, हमेशा की तरह सहयोग करूंगा। कोई नाटक नहीं है।”