हरियाणा विधानसभा के चुनावों में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। चुनाव में सत्तारूढ़ बीजेपी के खाते में 48 सीटें आईं जबकि कांग्रेस को 37 सीटों पर ही सिमट गई। जबकि चुनाव से पहले इस बात की उम्मीद लगाई जा रही थी कि राहुल गांधी के बढ़ते प्रभाव का लाभ कांग्रेस को हरियाणा चुनाव में मिलेगा। क्योंकि भारत जोड़ो यात्रा का प्रभाव हाल ही में बीते लोकसभा चुनाव में देखने को मिला था। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने हरियाणा में 10 में से 5 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इस वजह से राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से इस उम्मीद में थे कि बीजेपी चुनाव हार रही थी।
बीते लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक के लिए भारत जोड़ो यात्रा शुरू की थी। इस यात्रा के दौरान यह यात्रा हरियाणा के कई विधानसभा से होकर गुजरी थी। जिसके बाद ऐसी उम्मीद लगाई जा रही थी कि आगामी चुनाव में राहुल गांधी की इस यात्रा का प्रभाव देखने को मिल सकता है। जिसका प्रभाव कुछ हद तक लोकसभा में देखने को मिला। हालांकि हरियाणा विधानसभा चुनाव में कोई फायदा नहीं नजर आया।
12 विधानसभाओं से गुजरी थी यात्रा
साल 2023 में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने हरियाणा की कुल 12 विधानसभाओं को कवर किया था। इस दौरान अंबाला सिटी, बड़खल, फरीदाबाद, फिरोजपुर झिरका, घरौंदा, करनाल, नीलोखेड़ी, पानीपत सिटी, पानीपत ग्रामीण, शाहबाद, सोहना और थानेसर विधानसभाओं से यात्रा गुजरी थी।
क्या रहा विधानसभाओं का परिणाम
अंबाला सिटी में कांग्रेस के निर्मल सिंह मोहरा को जीत मिली है। बड़खल में हार, फरीदाबाद में हार, फिरोजपुर झिरका से मम्मन खान को जीत मिली है। धरौंदा में हार, करनाल में हार, नीलोखेड़ी में हार, पानीपत सिटी में हार, पानीपत ग्रामीण में हार सोहना में भी हार हुई है। जबकि शाहबाद और थानेसर में कांग्रेस को जीत मिली है। कुल 12 विधानसभाओं में से मात्र 4 पर जीत मिली है जबकि 8 विधानसभाओं में हार मिली है।
चुनाव परिणाम से पहले ही कांग्रेस नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कांग्रेस सांसद दिपेंद्र हुड्डा, कुमारी शैलजा ने अपनी अपनी दावेदारी पेश की।