पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, केरल समेत कई राज्यों में केंद्रीय ट्रेड यूनियन की ओर से बुलाए गए बंद का असर देखने को मिला। डीएमके और लेफ्ट के सांसदों ने संसद में भारत बंद के समर्थन में गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया। वहीं CPIM सांसद बिकाशरंजन भट्टाचार्य ने भारत बंद पर राज्यसभा में चर्चा की मांग की है। हरियाणा के पंचकुला में ISBT के बाहर हरियाणा रोडवेज यूनियन के कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया, जिससे परिवहन सेवाए भी प्रभावित हुई। तमिलनाडु में भी भारत बंद के कारण परिवहन सेवाओं पर असर पड़ा। तमिलनाडु में सिर्फ 33 फीसदी सरकारी बसें ही चल रही हैं।
आंध्र प्रदेश में विभिन्न ट्रेड यूनियनों और वामपंथी संगठनों के सदस्यों ने विजयवाड़ा में पीएसयू बैंकों के निजीकरण सहित केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। वहीं तिरुवनंतपुरम में लोगों को आवागमन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच भारतीय मजदूर संघ ने बंद को समर्थन न देने की बात कही है। उसने इस पर राजनीति से प्रेरित होने का आरोप लगाया है।
बता दें कि केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने सोमवार और मंगलवार (28 मार्च और 29 मार्च) को भारत बंद की घोषणा की है। भारत बंद को भारतीय स्टेट बैंक समेत कई बैंकों ने भी अपना समर्थन दिया है। सरकार की निजीकरण की नीतियों के विरोध में बैंको ने भारत बंद को समर्थन देने का ऐलान किया है। ट्रेड यूनियन ने भारत बंद में स्थाई और अस्थाई कर्मचारियों से भी शामिल होने की अपील की है।
Bharat bandh Highlights: केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ केंद्रीय कर्मचारियों की ओर से बुलाए गए इस बंद में बैंक, रोडवेज और बिजली विभाग समेत कई अन्य डिपर्टमेंट के कर्मचारियों ने हिस्सा लिया।
दो दिवसीय हड़ताल के आह्वान का असर पश्चिम बंगाल, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु और हरियाणा में भी दिखाई दिया।
भारत बंद के पहले दिन सोमवार को पश्चिम बंगाल में 60 फीसदी टी गार्डन और 54 में से 24 जूट मिल्स बंद रहीं।
केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधीरन ने दो दिवसीय भारत बंद का समर्थन करने के लिए केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और उनकी सरकार पर निशाना साधा है।
केरल हाई कोर्ट ने सरकार को राज्य सरकार के कर्मचारियों को दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल में भाग लेने से प्रतिबंधित करने का आदेश जारी करने का निर्देश दिया।
पंचकूला में सोमवार को दो दिवसीय हड़ताल के दौरान हरियाणा रोडवेज यूनियन के सदस्यों ने आईएसबीटी के बाहर प्रदर्शन किया। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए बस टर्मिनल पर पुलिस तैनात कर दी गई है।
भारत बंद के बीच मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने ट्वीट कर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। CPIM ने ट्वीट कर लिखा कि, “मनरेगा के लिए बजट आवंटन पिछले साल के संशोधित अनुमान 1.11 लाख करोड़ रुपये की तुलना में इस साल लगभग 38,000 करोड़ रुपये कम कर दिया गया है। यह महत्वपूर्ण योजना 11 करोड़ लोगों के लिए लाइफलाइन प्रदान करती है।”
डीएमके और वामपंथी सांसदों ने संसद में गांधी प्रतिमा के सामने भारत बंद के समर्थन में प्रर्दशन किया। इस दौरान 9 सांसद मौजूद रहे और उनके हाथ में तख्ती थी।
Delhi | Left and DMK MPs protest at Gandhi statue over the two-day 'Bharat Bandh' called central trade unions pic.twitter.com/xyVnn4QR5m
— ANI (@ANI) March 28, 2022
ट्रेड यूनियनों द्वारा दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल के कारण सोमवार को तमिलनाडु के कई इलाकों में सार्वजनिक परिवहन सेवाएं प्रभावित हुईं। छात्र और आम लोग सुबह से ही बस स्टैंड पर फंसे रहे। तमिलनाडु में सिर्फ 33 फीसदी सरकारी बसें ही चल रही हैं। चेन्नई में करीब 10 फीसदी बसें सुबह से चल रही थीं। चेन्नई में 3,175 बसों में से केवल 318 ही चल रही हैं।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के सांसद बिकाशरंजन भट्टाचार्य ने 2 दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए नियम 267 के तहत राज्यसभा में कार्य स्थगित करने का प्रस्ताव पेश किया।
समाचार एजेंसी ANI के अनुसार आन्ध्र प्रदेश में विभिन्न ट्रेड यूनियनों और वामपंथी संगठनों के सदस्यों ने विजयवाड़ा में पीएसयू बैंकों के निजीकरण सहित केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
दिल्ली: अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण की सरकार की योजना के विरोध में आज और कल पूरे भारत में बैंकों की हड़ताल का आह्वान किया है। कनॉट प्लेस स्थित बैंक बंद हैं।
बंद के आह्वान से चेन्नई में पब्लिक ट्रांसपोर्ट सेवाएं प्रभावित हुई हैं और सड़कों पर केवल 20 प्रतिशत बसें चल रही हैं। तमिलनाडु में, DMK के LPF ने भी CITU, AITUC, IMTUC, TUCC, SEWA, AICCTU और UTUC के साथ बंद को समर्थन दिया है।
अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस महासचिव अमरजीत कौर ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि वे देशभर में 20 करोड़ से अधिक फॉर्मल और इनफॉर्मल वर्कर्स की भागीदारी की उम्मीद है। चेन्नई में पब्लिक ट्रांसपोर्ट सेवाएं प्रभावित हुई हैं।
भारतीय मजदूर संघ ने घोषणा की है कि वह हड़ताल में शामिल नहीं होगा। संघ ने कहा कि आगामी हड़ताल 'राजनीति से प्रेरित' है और इसका उद्देश्य चुनिंदा राजनीतिक दलों को बचाना है।
पश्चिम बंगाल: ट्रेड यूनियनों ने सरकारी नीतियों के विरोध में आज और कल राष्ट्रव्यापी हड़ताल तथा बंद का आह्वान किया है। इसके मद्देनजर प्रदर्शनकारियों ने कोलकाता में जादवपुर रेलवे स्टेशन पर रेलवे ट्रैक को ब्लॉक किया।
केरल: ट्रेड यूनियनों ने सरकारी नीतियों के विरोध में आज और कल राष्ट्रव्यापी हड़ताल तथा बंद का आह्वान किया है। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार तिरुवनंतपुरम में एक व्यक्ति ने बताया, “हड़ताल और बंद के आह्वान से मुझे अपने ऑफिस जाने में दिक्कत हो रही है।”
विद्युत मंत्रालय ने बंद के मद्देनजर सभी राज्य सरकार और बिजली अधिकारियों को एडवाइजरी जारी की है। मंत्रालय ने दो दिवसीय हड़ताल के दौरान सभी क्षेत्रीय/राज्य नियंत्रण कक्ष के अधिकारियों को सतर्क और हाई अलर्ट पर रहने को कहा है।
बंद को बैकों ने समर्थन दिया है। इसके मद्देनजर देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने कहा है कि हड़ताल से बैंकिंग सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं।
भारत बंद के मद्देनजर राज्य सरकारों ने सुरक्षा के विशेष इंतजाम किये हैं। वहीं उर्जा मंत्रालय ने सभी एजेंसियों को बिजली आपूर्ति की स्थिरता को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। सभी अस्पतालों, रक्षा विभागों और रेलवे जैसी आवश्यक सेवाओं की बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने को कहा गया है।
ट्रांसपोर्ट और बिजली विभाग के कर्मचारियों ने भी भारत बंद के समर्थन का ऐलान किया है। ट्रेड संघो की प्रमुख मांगों में मनरेगा के तहत मजदूरी के आवंटन को बढ़ाना, निजीकरण को रोकना राष्ट्रीय मौद्रीकरण पाइपलाइन को समाप्त करना शामिल है। बंगाल सरकार ने अपने सभी कर्मचारियों को सोमवार और मंगलवार को दफ्तर आने को कहा है। बंगाल में सभी सरकारी दफ्तर अपने तय समय के अनुसार खुलेंगे।