तीन कृषि कानूनों को लेकर चल रहा आंदोलन फिलहाल जारी है। विपक्षी दल और नेता इसके खिलाफ संसद और संसद के बाहर लगातार बयान देकर इस मुद्दे को जीवित रखे हुए हैं। दिल्ली की सीमाओं पर भी किसान डटे हुए हैं। साथ ही किसान संगठन अपने-अपने स्तर पर भी बैठकें, धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली के जंतर मंतर पर भी किसान धरना जारी रखे हैं। इन सबके बीच आम आदमी पार्टी के नेता और संगरूर से सांसद भगवंत मान संसद भवन के बाहर अकेले पोस्टर लेकर खड़े रहे।
सांसद मान ने अपने पोस्टर में “काले किसानी कानून वापिस लो, अन्नदाता को उसके पूरे हक दो” लिखे हुए थे। उन्होंने अपनी ट्विटर एकाउंट से ट्वीट किया कि “आज भी खेती क़ानूनों को वापस लेने हेतु लोक सभा में adjournment motion का नोटिस दिया है।” उनके इस तरह संसद के बाहर खड़े होकर अकेले आंदोलन करने पर कई लोगों ने कमेंट किए हैं। ” भक्तों के बहनोई@Sony16148443 नाम के एक यूजर ने लिखा, “खड़े होने का कोई मतलब नहीं है। यदि आप सभी वास्तव में पंजाब और पंजाबियत के संरक्षक हैं, तो आप सभी एक मंच पर एक साथ खड़े हो जाएं और फिर हम बात करेंगे।”
पारस चौधरी@ParasAanjnaBJP ने लिखा, “कोई काले कानून नहीं है। और ये कानून किसान के हित के लिए हे ये वापस नहीं लिए जाएंगे।” भोपाल सिंह@BhopalS35143428 ने लिखा, “आम पार्टी क्यों जनता को बैकुफ बना रही है फिरि का लालच देकर, दिल्ली को बंगाल बना दिया, मौहल्ला किलनिक अपोलो के सामने बना कर खडा कर दिया जो आज तक बदं पडा है, जनता का पैसा बर्बाद कर दिया डाक्टर अनिस को एक करोड़ हिन्दू डाक्टर को एक सच्ची श्रद्धांजलि भी नहीं,ये दोहरा चरित्र जय हिंद फौजी।”
कमल गर्ग@kamalgargCanada ने लिखा, “देखते रहिये, एक दिन हम जरूर कामयाब होंगे।” पैट्रिएट@araja271ने लिखा, “कम से कम फासीवाद के खिलाफ लड़ाई में विपक्षी दलों के साथ शामिल हों। संसद की बैठक चल रही है और आप बाहर क्यों हैं?”
