पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान लेप्टोस्पायरोसिस (Leptospirosis) बीमारी से पीड़ित हैं। उन्हें दवाएं दी जा रही हैं। मोहाली के फोर्टिस अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग के निदेशक और प्रमुख डॉ. आरके जसवाल ने उनके स्वास्थ्य के बारे में एक बयान में कहा कि सीएम को उचित एंटीबायोटिक्स दी जा रही हैं। डॉ. जसवाल ने कहा कि उन्होंने शनिवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान की जांच की और उनके क्लीनिकल पैरामीटर में महत्वपूर्ण सुधार के संकेत मिले हैं। पल्मोनरी धमनी के दबाव में वृद्धि के लिए उपचार पर भी उनका संकेत अच्छा रहा है।

मौजूदा वक्त में मुख्यमंत्री की सभी जरूरी अंग पूरी तरह से स्थिर हैं। तेज बुखार के लिए भर्ती होने के समय जैसा संदेह था, लेप्टोस्पायरोसिस के लिए उनके ब्लड टेस्ट पॉजिटिव आए हैं। मुख्यमंत्री को पहले से ही उचित एंटीबायोटिक्स दी जा रही हैं। सभी क्लीनिकल​संकेत और रोग संबंधी परीक्षणों में संतोषजनक सुधार दिखाई दिया है।

समय रहते इसका पता चल जाए तो ठीक हो सकता है संक्रमण

चंडीगढ़ स्थित इंटरनल मेडिसिन स्पेशलिस्ट डॉ. संदीप छतवाल के अनुसार, यदि समय रहते इसका पता चल जाए तो यह संक्रमण ठीक हो सकता है। उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “लेप्टोस्पायरोसिस एक ऐसी बीमारी है जो संक्रमित जानवर के मूत्र के मनुष्यों के संपर्क में आने से फैलती है। यह एक वायरल संक्रमण की तरह होता है और यदि इसका इलाज न किया जाए तो यह लीवर और किडनी फेलियर का कारण बन सकता है। यदि समय रहते इसका पता चल जाए तो यह एंटीबायोटिक दवाओं से पूरी तरह ठीक हो सकता है।”

एक अन्य इंटरनल मेडिसिन स्पेशलिस्ट डॉ. जी रंजीत कुमार ने कहा, “लेप्टोस्पायरोसिस स्पाइरोकेट लेप्टोस्पाइरा के कारण होने वाला एक जूनोटिक संक्रमण है, जिसके लिए स्तनधारी विशेष रूप से रोडेंट्स (भूरे चूहे) गोदाम के रूप में कार्य करते हैं, जब वे इस जीव को पर्यावरण में छोड़ते हैं और जब मनुष्य ऐसे वातावरण के संपर्क में आते हैं, तो यह लेप्टोस्पायरोसिस का कारण बनता है। यह आमतौर पर बुखार, मायलगिया और सिरदर्द जैसी गैर-विशिष्ट, तीव्र ज्वर बीमारी के रूप में प्रकट होता है और इसे इन्फ्लूएंजा और डेंगू बुखार जैसी अन्य बीमारियों जैसा मान लिया जाता है।”

लुधियाना स्थित गुरु अंगद देव पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में पशु चिकित्सा के सेवानिवृत्त प्रोफेसर डॉ. सीएस रंधवारा ने कहा कि देश के इस हिस्से में लेप्टोस्पायरोसिस एक असामान्य बीमारी है। उन्होंने कहा, “दक्षिण भारत में इसकी रिपोर्ट की गई है। यह एक जूनोटिक बीमारी है और संक्रमित जानवरों से फैलती है। इसके 3-4 प्रकार के संक्रमण होते हैं और अगर समय पर इसका इलाज न किया जाए तो यह सेप्टीसीमिया और क्रोनिक रीनल फेलियर का कारण बन सकता है।”

उन्होंने कहा कि यह आमतौर पर चूहों से फैलता है। उन्होंने कहा, “यह आमतौर पर दक्षिण भारत में फैलता है, जहां कई जल निकाय हैं। पंजाब में किसी भी जानवर को ऐसी किसी बीमारी से संक्रमित नहीं पाया गया है। इसलिए हम अपने पालतू कुत्तों को इस बीमारी के लिए टीका लगाने की सलाह भी नहीं देते हैं।” मुख्यमंत्री के करीबी सूत्रों ने कहा कि उनके पास दो पालतू कुत्ते हैं और संदेह है कि उन्हें उनमें से एक कुत्ते से यह संक्रमण हुआ है। उन्होंने कहा कि रविवार को भी उन्हें अस्पताल से छुट्टी नहीं मिल सकती है। आम आदमी पार्टी के संगठन महासचिव डॉ. संदीप पाठक ने अस्पताल में सीएम से मुलाकात की। अस्पताल से आने के बाद उन्होंने मीडिया को बताया कि सीएम ठीक हैं। पाठक ने कहा, “वह पूरी तरह ठीक हैं।”