NIA Team attack Case: पश्चिम बंगाल में राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए की टीम पर हुए हमले का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। बंगाल पुलिस ने एनआईए टीम के दो अधिकारियों को समन जारी किया है। भूपतिनगर पुलिस स्टेशन में शिकायत देने वाले अधिकारी और कथित हमले में घायल एक अन्य अधिकारी को समन भेजा गया है। हमले में घायल हुए अधिकारी को बतौर गवाह बुलाया गया है और उन्हें अपने साथ मेडिकल सर्टिफिकेट भी लाने के लिए कहा गया है। वहीं, बंगाल पुलिस की एफआईआर के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।

बंगाल पुलिस ने अधिकारियों के कहा कि वह हमले में क्षतिग्रस्त हुई कार को भी अपने साथ लेकर आएं। एनआईए टीम पर हुए हमले के संबंध में उनके बयान जांच अधिकारी दर्ज करेंगे। बताया जा रहा है कि इस मामले में पहले नियुक्त जांच अधिकारी को बदल दिया गया है। भूपतिनगर पुलिस स्टेशन के जांच अधिकारियों ने एनआईए टीम पर हमले के मामले में तीन ग्रामीणों को भी समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया है। इन लोगों को दो से तीन दिनों के अंदर पुलिस के सामने पेश होने के लिए कहा गया है। वहीं, एनआईए के दोनों अधिकारियों को 11 अप्रैल को आने के लिए कहा गया है।

एनआईए की टीम पर हुआ था हमला

बता दें कि एनआईए की टीम बीते शनिवार को 2022 में हुए बम विस्फोट मामले की जांच करने के लिए पूर्वी मेदिनीपुर में छापेमारी करने गई थी। इस विस्फोट में तीन लोगों की जान चली गई थी। एनआईए दो आरोपियों को अपने साथ पकड़कर कोलकाता जा रही थी। उसी समय कुछ स्थानीय लोगों ने एनआईए की टीम पर हमला कर दिया। पथराव के बाद एनआईए की टीम की कई गाड़ियां टूट गईं थी। इसमें टीम के कुछ अधिकारी घायल भी हो गए थे।

जांच एजेंसी ने किया हाईकोर्ट का रुख

राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने मेदिनीपुर के भूपतिनगर में पिछले हफ्ते की छापेमारी के बाद अपने अधिकारियों के खिलाफ पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के संबंध में मंगलवार को कलकत्ता हाईकोर्ट का रुख किया है। एनआईए ने याचिका दायर कर मांग की है कि उनके खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द कर दिया जाए। साथ ही, बंगाल पुलिस की किसी भी कार्रवाई से बचाव की भी अपील की है। हाईकोर्ट ने मामले को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध कर दिया है।