उस्मानिया विश्वविद्यालय में अलग-अलग छात्र संगठनों की तरफ से ‘बीफ’ और ‘पोर्क’ मांस उत्सव का आज (गुरुवार) आयोजन करने की घोषणा को देखते हुए पुलिस ने अप्रिय स्थिति को रोकने के लिए सुरक्षा बढ़ा दी है। हालांकि एक स्थानीय अदालत ने इस तरह के किसी भी आयोजन पर यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया है। पुलिस उपायुक्त (पूर्वी क्षेत्र) ए. रवीन्दर ने कहा, ‘‘हम एहतियाती कदम उठा रहे हैं। उच्च न्यायालय ने भी अधिकारियों को मौखिक निर्देश दिए हैं कि सुनिश्चित करें कि आयोजन नहीं हों।’’

अतिरिक्त बलों की तैनाती के बारे में पूछने पर डीसीपी ने कहा कि एहतियात के तौर पर वे ऐसा करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘हम अतिरिक्त बलों की तैनाती करेंगे। लेकिन वे केवल स्थानीय पुलिस बल होंगे। अभी तक हमने एहतियात के तौर पर किसी को हिरासत में नहीं लिया है। जरूरत पड़ी तो हम ऐसा कर सकते हैं।’’

छात्रों के एक समूह ने घोषणा की थी गुरुवार को वह विश्वविद्यालय परिसर में ‘बीफ उत्सव’ का आयोजन करेगा जबकि एक अन्य समूह ने भी आज ही ‘पोर्क मांस उत्सव’ का आयोजन करने की घोषणा की है। इससे संघर्ष होने की संभावना बढ़ गई है।

नगर के सिविल अदालत ने दो दिनों पहले यथास्थिति बनाए रखने का आदेश जारी किया था जिसका मतलब है कि उत्सव के आयोजन पर रोक लगेगी। इस सिलसिले में एक वकील ने याचिका लगाई थी। याचिकाकर्ता ने कहा कि ये आयोजन जानवरों के प्रति अत्याचार अधिनियम और गोवध अधिनियम का उल्लंघन हैं और इससे लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत होती है। बहरहाल भाजपा विधायक टी. राजा सिंह ने कहा कि अगर छात्र समूह ने बीफ उत्सव का आयोजन किया तो ‘‘हम इसे रोक देंगे।’’

सबसे पुराने शैक्षणिक संस्थानों में शामिल ओस्मानिया विश्वविद्यालय ने स्पष्ट किया है कि ‘बीफ उत्सव’, ‘पोर्क उत्सव’ और ‘गौपूजा’ सहित ऐसे सभी मामले जो शैक्षणिक गतिविधियों से इतर हैं, उनके परिसर में आयोजन की अनुमति नहीं दी जाएगी।