महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में चल रहे जबरदस्त चुनाव प्रचार के बीच नारों को लेकर राजनीतिक माहौल बेहद गर्म हो गया है। मुंबई में अब ‘उत्तर भारतीय बंटोगे तो पिटोगे’ लिखे पोस्टर लगे हुए हैं। यह पोस्टर उत्तर भारतीय सेना के द्वारा लगाए गए हैं। याद दिलाना होगा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा दिए गए ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ के नारे को लेकर उत्तर प्रदेश से लेकर महाराष्ट्र तक सियासी चर्चाओं का बाजार गर्म है।

इस नारे को लेकर देशभर की सियासत में जोरदार बहस भी चल रही है और उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बीजेपी के नेता आमने-सामने हैं। इससे पहले मुंबई के अंधेरी ईस्ट, बांद्रा और वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे के आसपास बटेंगे तो कटेंगे के पोस्टर लगे हुए थे।

बताना होगा कि मुंबई और महाराष्ट्र में उत्तर भारतीयों पर हमले की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। एक वक्त में बाला साहेब ठाकरे की अविभाजित शिवसेना ने उत्तर भारतीयों के खिलाफ महाराष्ट्र में अभियान चलाया था। उत्तर भारतीयों पर हमले को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति में कई बार सियासी बवाल भी हो चुका है।

लॉरेंस को चुनाव लड़ने का दिया था प्रस्ताव

उत्तर भारतीय सेना वही राजनीतिक दल है जिसने इस बार विधानसभा चुनाव में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को चुनाव लड़ाने का प्रस्ताव रखा था। याद दिलाना होगा कि महाराष्ट्र की राजनीति के हाई प्रोफाइल नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का नाम सामने आया है और बिहार के सांसद पप्पू यादव को भी लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के द्वारा धमकी दिए जाने की खबर मीडिया चैनलों और सोशल मीडिया पर चल रही है।

‘Batenge Toh Katenge’: योगी के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ वाले नारे का सपा ने दिया जवाब, ब्राह्मण नेता ने लगाया अखिलेश के साथ पोस्टर, कह दी बड़ी बात

लखनऊ में भी चल रहा पोस्टर वार

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा दिए गए ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ वाले नारे के जवाब में लखनऊ में एक नया पोस्टर देखने को मिला है। लखनऊ में सपा की ओर से लगाए गए इस पोस्टर में लिखा है- जुड़ेंगे तो जीतेंगे। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री और सपा मुखिया अखिलेश यादव की तस्वीर भी लगाई गई है। इससे पहले समाजवादी पार्टी के नेता अमित चौबे ने होर्डिंग लगाया था और इसमें लिखा था कि न बंटेंगे न कटेंगे पीडीए के संग रहेंगे। विपक्षी दलों द्वारा इस नारे की आलोचना के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने इसका समर्थन किया था।

मुंबई में अहम हैं उत्तर भारतीय मतदाता

महाराष्ट्र विशेषकर मुंबई की राजनीति में पिछले कुछ सालों में उत्तर भारतीय यानी हिंदी भाषी मतदाताओं की अहमियत बढ़ी है। मुंबई में ही उत्तर भारतीय मतदाताओं की आबादी 22 लाख से ज्यादा है और इसलिए यह एक बड़ा वोट बैंक बन गया है। उत्तर भारतीयों मतदाताओं में उत्तर प्रदेश और बिहार से मुंबई आए मतदाता बड़ी संख्या में हैं। साल 2014 के बाद से ही मुंबई में उत्तर भारतीयों के ज्यादातर वोट बीजेपी को मिलते रहे हैं। बीजेपी ने भी पूर्वांचल के प्रवासी मतदाताओं के लिए विशेष छठ पूजा जैसे त्योहारों को धूमधाम से मनाया है।

‘बटेंगे तो कटेंगे’ सीएम योगी के बयान को RSS का समर्थन, दत्तात्रेय बोले- जल्द सुलझेगा मथुरा का मामला

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाराष्ट्र के पिछले चुनावों में लगातार प्रचार किया है और आने वाले दिनों में योगी फिर से पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में चुनावी रैलियां करते हुए दिख सकते हैं। इसके अलावा अभिनेता से राजनेता बने मनोज तिवारी और रवि किशन को भी बीजेपी महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए मैदान में उतार सकती है। ये सभी नेता बीजेपी के लिए उत्तर भारतीय मतदाताओं के वोट जुटा सकते हैं।