पाकिस्तान से संचालित हो रहे आतंकी शिविरों पर कार्रवाई और बाद की घटनाओं के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (2 मार्च) राफेल लड़ाकू विमानों की कमी पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि देश राफेल की कमी महसूस कर रहा है और अगर भारत के पास ये लड़ाकू विमान होते तो कुछ और ही बात होती। ‘इंडिया टुडे कान्क्लेव’ में पीएम मोदी ने कहा, ‘‘राफेल पर स्वार्थनीति और अब राजनीति के कारण देश का बहुत नुकसान हुआ। राफेल की कमी आज देश ने महसूस की है। आज हिंदुस्तान एक स्वर में कह रहा है कि अगर हमारे पास राफेल होता, तो क्या होता?’’ मोदी ने कहा कि वह विपक्षियों को बताना चाहते हैं कि वे उनकी आलोचना करने और उनकी गलतियां निकालने के लिए स्वतंत्र हैं पर उन्हें देश के सुरक्षा हितों को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए।
प्रधानमंत्री की इस बात पर पड़ोसी देश के पीएम इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने तंज कसा है। ट्वीट कर पार्टी ने कहा, “सच ज्यादा समय तक नहीं छिपता। जब फेक न्यूज बनाने वाली मीडिया मशीनरी लगातार इतनी फर्जी खबरें फैला रही हो, ऐसे में नरेंद्र मोदी की जुबान फिसलने से पुष्टि होती है कि हालिया झड़प में पाकिस्तान भारी पड़ा है।”
एक अन्य ट्वीट में PTI ने कहा, “मोदी को यह समझने की जरूरत है कि यह सब कोई कल्पना नहीं है। बीत बातों को याद करते हुए वो “अलग नतीजों” के लिए बेहतर एयरक्राफ्ट चाहते हैं। वह अपने सैनिकों को खतरे में डालते हैं, “विडो मेकर्स (विधवा बनाने वाले)” के नाम से कुख्यात जेट्स में भेजते हैं और युद्ध का माहौल बनाते हैं। जहां हर कोई शांति चाहता है, वो युद्ध पर आमादा हैं।”
राहुल ने मोदी के राफेल विमान से जुड़े बयान को लेकर उनपर निशाना साधा है। राहुल ने आरोप लगाया कि मोदी की वजह से इस लड़ाकू विमान की आपूर्ति में विलंब हुआ और ऐसे में विंग कमांडर अभिनंदन जैसे बहादुर पायलट को पुराने विमान उड़ाकर अपना जीवन जोखिम में डालना पड़ रहा है। गांधी ने ट्वीट में कहा, “प्रिय प्रधानमंत्री, क्या आपको कोई शर्म नहीं है? अपने 30 हजार करोड़ रुपये चोरी करके अनिल अंबानी को दिए। राफेल विमानों के आने में देरी के लिए सिर्फ आप जिम्मेदार हैं। आपकी वजह से विंग कमांडर अभिनंदन जैसे बहादुर पायलट को पुराने विमान उड़ाकर अपना जीवन जोखिम में डालना पड़ रहा है।”