Former MP Dhananjay Singh Released From Jail: उत्तर प्रदेश के बाहुबली और पूर्व सांसद धनंजय सिंह बरेली जेल से रिहा हो गए हैं। जेल से बाहर आने के बाद धनंजय सिंह ने कहा कि मुकदमा फर्जी है, वरना जमानत नहीं मिलती। उन्होंने कहा कि अब वह अपनी पत्नी के चुनाव प्रचार अभियान में जुटेंगे।
धनंजय सिंह ने जेल रिहा होने के बाद कहा कि फर्जी मुकदमे में सजा हुई थी। साल 2020 में मेरे ऊपर फर्जी केस किया गया था। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मुझे जमानत दे दी है। उन्होंने आगे कहा कि मेरी पत्नी को बहुजन समाजवादी पार्टी ने जौनपुर लोकसभा सीट से टिकट दिया है। अब मैं यहां से सीधा जौनपुर अपने क्षेत्र में जाऊंगा और अपनी पत्नी को जीताने के लिए चुनाव प्रचार में लगूंगा।
क्या है पूरा मामला
धनंजय सिंह को किडनैपिंग और रंगदारी के कस में तत्कालीन जज शरद चंद त्रिपाठी की कोर्ट ने सात मार्च को सजा सुनाई थी। उस मामले में वादी अभिनव सिंघल ने 10 मई 2020 को लाइन बाजार थाने में पूर्व सांसद धनंजय सिंह समेत दो के खिलाफ अपहरण व रंगदारी की एफआईआर दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने दोनों को अरेस्ट करके जेल भेज दिया। बीते शनिवार को शासन के आदेश के बाद जौनपुर पुलिस ने धनंजय सिंह को बरेली सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया। हालांकि, इसी दिन उन्हें इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत भी मिल गई। कोर्ट से जमानत मिलने के बाद आज सुबह उन्हें छोड़ दिया गया। बता दें कि कोर्ट ने उनकी सजा पर रोक नहीं लगाई है। इसकी वजह से वह खुद इलेक्शन नहीं लड़ सकते हैं।
जौनपुर सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय होने के आसार
धनंजय सिंह के जेल से बाहर आने के बाद जौनपुर की राजनीतिक फिजा में जबरदस्त बदलाव देखने को मिल सकता है। बहुजन समाज पार्टी ने जौनपुर से धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला को अपना उम्मीदवार बनाया है। वह अपने क्षेत्र में चुनाव प्रचार में जुटी हुई है। धनंजय की रिहाई के बाद हो सकता है कि श्रीकला अपना नामांकन दाखिल करें। इस सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय होने के आसार हैं। भारतीय जनता पार्टी ने जौनपुर लोकसभा सीट से कृपा शंकर को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, इंडिया अलायंस की तरफ से समाजवादी पार्टी ने बाबू सिंह कुशवाहा को टिकट दिया है।