उत्तर प्रदेश के बहराइच में भेड़ियों का आतंक जारी है। इस बीच वन विभाग की टीम को बड़ी सफलता मिली है। वन विभाग ने पांचवें भेड़िए को भी पकड़ लिया है। वन विभाग के अनुसार केवल एक भेड़िया बचा हुआ है, जिसे पकड़ने के लिए तलाश जारी है। वन विभाग की टीम ने मंगलवार तड़के सुबह बहराइच के हरबख्शसिंह पुरवा गांव के जंगल से भेड़िए को पकड़ा है। इस भेड़िए का एक पैर टूटा हुआ है। भेड़िया मंगलवार सुबह 6 बजे के करीब पकड़ा गया।

महसी इलाके में मिली थी भेड़िए की लोकेशन

वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इसी भेड़िए की लोकेशन महसी इलाके में सोमवार शाम को मिली थी, जिसके बाद टीम ने कई खेतों में पिंजरे लगाए थे। ड्रोन से भी इसकी निगरानी की जा रही थी। इस बीच मंगलवार सुबह यह भेड़िया पिंजरे में फंस गया।

बहराइच के 35 से अधिक गांव में भेड़ियों की दहशत कायम है। गांव के लोग रात भर जागकर पहरा दे रहे हैं। वन विभाग और अन्य विभागों की 100 से अधिक टीमें भेड़ियों को पकड़ने के लिए सक्रिय है। कहा जाता है कि भेड़िया जिस गांव में हमला करता है, उसके बाद वह गांव बदल देता है। उस गांव में वह कुछ दिन तक नहीं आता है।

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ड्रोन और ट्रेंकुलाइजर का किया जा रहा इस्तेमाल

वन विभाग का कहना है कि भेड़ियों पर काबू पाने के लिए थर्मल एवं रेगुलर कैमरों वाले ड्रोन और ट्रेंकुलाइजर का इस्तेमाल किया जा रहा है। बहराइच जिले के महसी तहसील में 35 किलोमीटर क्षेत्र के दायरे में भेड़िये घूम रहे हैं। लोगों की सुरक्षा के लिए कई अधिकारी वहां पर कैंप कर लोगों की मदद कर रहे हैं और भेड़ियों को पकड़ने के काम की निगरानी कर रहे हैं।

उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री संजय निषाद ने दो दिन पहले कहा था, “आदमखोर जानवरों को पकड़ने में माहिर विशेषज्ञों की एक नई टीम बुलाई गई है। शूटिंग टीम के सदस्यों की संख्या दोगुनी कर दी गई है। हमने भेड़ियों को पकड़ने के लिए 10 दिन का लक्ष्य रखा है। ड्रोन कैमरों में तीन भेड़िये देखे गए लेकिन संख्या इससे ज़्यादा भी हो सकती है। सीएम इस मामले पर नज़र रख रहे हैं। भेड़िए जैसे चालाक जानवर को पकड़ने में समय लगता है।”