Bangladeshi Hindu: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ कई विरोध प्रदर्शनों का नेतृत्व करने वाले चिन्मय कृष्ण दास को ढाका पुलिस की डिटेक्टिव ब्रांच ने 25 नवंबर को गिरफ्तार कर लिया। उनकी गिरफ्तारी के विरोध में हिंदुओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया और कुछ अज्ञात लोगों ने उन पर हमला किया। इसमें कई लोग घायल हो गए। इस मामले पर अब बागेश्वर बाबा धीरेंद्र शास्त्री का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि भारत के हिंदुओं समझों, हम अपने लिए नहीं मर रहे हैं, वरना एक-एक कर तुम्हारे मंदिर मस्जिद में बदल जाएंगे।

बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की हिंदू एकता यात्रा का मंगलवार को 6वां दिन है। उन्होंने एक मीडिया चैनल से बाचीत में कहा कि वहां के हिंदू अगर कायर होंगे तो वो चिन्मयदास को नहीं छुड़वा पाएंगे। उन्होंने कहा कि जैसे हम यहां पर पदयात्रा कर रहे हैं वैसे ही वहां के हिंदुओं तुम भी सड़कों पर उतर जाओ। एक आवाज में अपनी संस्कृति के रक्षक को बचा लो। उनको बाहर निकलवाओ, अगर तुम उन्हें अपनी बाहर नहीं निकलवा पाओगे तो एक-एक करके तुम्हारे मंदिर मस्जिद में तब्दील हो जाएंगे।

धीरेंद्र शास्त्री ने बांग्लादेशी हिंदुओं से की अपील

धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि भारत के हिंदुओं तुम भी समझो हम अपने लिए नहीं मर रहे हैं। हम 100 करोड़ हिंदुओं की इसी चिंता के कारण सड़कों पर गांव-गांव, गली-गली में बैठकर पिछड़ों और बिछड़ों से चर्चा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम बांग्लादेश के हिंदुओं के साथ में खड़े हुए हैं। बाग्लादेशी हिंदुओं से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि तुम सड़कों पर उतर जाओ, वरना भविष्य में कोई भी हिंदुओं के लिए आवाज बुलंद नहीं कर पाएगा।

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इस्कॉन ने भारत से हस्तक्षेप की मांग की

चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी को लेकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहा है। इस्कॉन मंदिर के अधिकारियों ने भारत सरकार से इस मामले में दखल देने का आग्रह किया है। चिन्मय कृष्ण दास के खिलाफ आरोपों को निराधार बताते हुए मंदिर के अधिकारियों ने अपने ऑफिशियल एक्स हैंडल पर लिखा, ‘हमें परेशान करने वाली खबरें मिली हैं कि इस्कॉन बांग्लादेश के प्रमुख नेताओं में से एक चिन्मय कृष्ण दास को ढाका पुलिस ने हिरासत में लिया है। यह निराधार आरोप लगाना अपमानजनक है कि इस्कॉन का दुनिया में कहीं भी आतंकवाद से कोई लेना-देना है।’ मंदिर ने बांग्लादेश सरकार से अपने नेता को तुरंत रिहा करने की मांग की। बता दें कि धीरेंद्र शास्त्री की हिंदू पदयात्रा के दौरान किसी ने उन पर मोबाइल फेंक दिया। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…