भारत सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर देशवासियों को एक खास उपहार देने जा रही है। यह उपहार उनके बेहतर स्वास्थ्य से जुड़ा है। इससे देश के उन लोगों तक भी निशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंच जाएंगी, जो अभी इससे वंचित हैं। सरकार के इस कार्यक्रम का नाम आयुष्मान भव: (Ayushman Bhava) है। अब भी सरकार की तमाम योजनाओं का लाभ काफी लोगों को नहीं मिल रहा है। सरकार की मंशा है कि अंतिम छोर तक के लोगों को सरकार की सभी स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ पहुंचे।
60 हजार लोगों को मिलेगा कार्ड
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (Mansukh Mandaviya) के मुताबिक योजना के तहत 60 हजार लोगों को आयुष्मान भारत कार्ड दिये जाएंगे। यह कार्यक्रम आगे भी चलता रहेगा। इस अभियान के तहत, सरकार स्वास्थ्य लक्ष्य सेवाओं को बढ़ावा देगी और लोगों के बीच जागरूकता सुनिश्चित करेंगे
स्वास्थ्य से जुड़ी सभी सुविधाओं का मिलेगा फायदा
आयुष्मान भव: एक ऐसा अभियान है, जिसमें स्वास्थ्य देखभाल की पहुंच और जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से तीन प्रमुख घटक शामिल हैं: योजना ‘आयुष्मान आपके द्वार’ के तहत सभी शेष पात्र लाभार्थियों के लिए आयुष्मान कार्ड बनाने और वितरित करने पर केंद्रित है। इसमें मेडिकल टेस्ट, सलाह और इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। लाभार्थियों को अस्पताल में भर्ती होने से पहले की सरकार देगी। सामान्य और गंभीर दोनों तरह के पीड़ितों की देखभाल सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसके साथ ही दवा और इलाज के लिए जरूरी सेवाएं मिलेंगी। इसके साथ ही किसी भी तरह की जांच और लैब टेस्ट भी कराई जाएगी।
केंद्र सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 73वें जन्मदिन के मौके पर 17 सितंबर से 16 दिवसीय ‘सेवा पखवाड़ा’ का आयोजन करेगी। यह गांधी जयंती यानी 2 अक्टूबर तक चलेगा। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सांसदों से इस दौरान लोगों की सेवा करने की अपील की है। इन सेवाओं में रक्तदान शिविर स्थापित करने और अपने क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान शुरू करना शामिल है।
इसी तरह उत्तर प्रदेश सरकार राज्य की सभी 74 जेलों में क्षय रोग (टीबी), एचआईवी, हेपेटाइटिस ‘बी’ एवं ‘सी’ और यौन संचारित रोगों की जांच तथा परीक्षण के लिए अक्टूबर माह के दूसरे सप्ताह से एक विशेष अभियान चलाएगी। राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (नाको) के सहयोग से उत्तर प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी द्वारा चलाये जाने वाले इस अभियान को इंटीग्रेटेड एसटीआई, एचआईवी, टीबी एंड हेपेटाइटिस (ISHTH) नाम दिया गया है।