भारत नियंत्रित सियाचिन ग्लेशियर में हुए हिमस्खलन के कारण 10 भारतीय जवानों की बर्फ में फंसने से मौत हो गर्इ। भारतीय सेना ने सभी 10 जवानों के मारे जाने का आधिकारिक बयान जारी किया। इससे पहले ग्लेशियर के उत्तरी भाग में आर्मी और एयर फोर्स बचाव-कार्य में लगी हुई थी। सेना के प्रवक्ता कर्नल एस डी गोस्वामी ने  बताया कि बचाव कार्य में खोजी कुत्तों की भी मदद ली गई।

सियाचीन समुद्र तल से करीब 5,753 मीटर ऊंचाई पर स्थित है। कश्मीर क्षेत्र में स्थित इस ग्लेशियर पर भारत और पाकिस्तान के बीच विवाद है। सामरिक रुप से यह भारत और पाकिस्तान के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह विश्व का सबसे ऊंचा युद्ध क्षेत्र है। इस पर सेनाएँ तैनात रखना दोनों ही देशों के लिए महंगा सौदा साबित हो रहा है।

हिमालय की जमा देने वाली ठंड में भारत और पाकिस्तान के हजारों सैनिक  अपनी-अपनी चौकियों में तैनात हैं। इन विषम परिस्थितियों के चलते कई सैनिक अब तक शहीद हो चुके हैं। पिछले महीने हिमस्खलन के कारण चार सैनिक इसी इलाके में शहीद हो गये थे।

साल 2012 में पाकिस्तान वाले क्षेत्र में हिमस्खलन के कारण 140 सैनिकों ने जान गवाई थी। हालांकि दोनों देश सालों से इस क्षेत्र में सेना हटाने को लेकर वार्ता करते रहे हैं लेकिन अभी तक कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया है।