लग्जरी कार ऑडी के इटली प्रमुख फैब्रिजियो लोंगो (Fabrizio Longo) की रविवार को मौत हो गयी। ऑडी के 62 वर्षीय शीर्ष कार्यकारी फैब्रीज़ियो लोंगो की रविवार को इतालवी-स्विस सीमा के पास पहाड़ पर चढ़ते समय 10,000 फीट की ऊंचाई से गिरने के बाद मौत हो गई। वह एक प्रशिक्षित पर्वतारोही थे और 2013 से ऑडी इटली के निदेशक थे।

एक अनुभवी पर्वतारोही लोंगो शिखर के करीब थे जब दुर्घटना हुई। न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार, एक साथी पर्वतारोही ने ऑडी प्रमुख को गिरते देखा और तुरंत रेस्क्यू टीमों को सतर्क कर दिया। फैब्रिजियो लोंगो का शव लगभग 700 फीट नीचे एक खाई में पाए जाने के बाद उन्हें घटनास्थल पर ही मृत घोषित कर दिया गया।

बचाव दल ने निकाला शव 

बाद में एक हेलीकॉप्टर बचाव दल ने उनके शव को निकाला और आगे की जांच के लिए कैरिसोलो के एक अस्पताल में पहुंचाया। लोंगो के अंतिम संस्कार के बारे में विवरण की घोषणा उसके शरीर को उसके परिवार को सौंपे जाने के बाद की जाएगी। रिपोर्ट के मुताबिक, दुर्घटना के समय लोंगो स्टील केबल और सीढ़ी जैसे आवश्यक सुरक्षा उपकरणों से सुसज्जित थे जिनका उपयोग आमतौर पर पहाड़ पर चढ़ने के लिए किया जाता है।

कौन हैं फैब्रीजियो लोंगो?

1962 में जन्मे लोंगो ने राजनीति विज्ञान में अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद ऑटोमोटिव उद्योग में अपना करियर बनाया। उन्होंने रोम के लुइस से राजनीति विज्ञान में स्नातक की डिग्री हासिल की। ऑटोमोटिव इंडस्ट्री में उनकी यात्रा 1987 में फिएट से शुरू हुई, जहां उन्होंने शुरुआत में मार्केटिंग टीम में योगदान दिया। इसके बाद, उन्होंने 2002 में प्रतिद्वंद्वी कार निर्माता कंपनी लैंसिया का नेतृत्व संभाला।

फैब्रीजियो लोंगो ने 2012 में कंपनी में शामिल होने के बाद 2013 से इटली में ऑडी का नेतृत्व किया है। ऑटोमोटिव उद्योग में उनका करियर 1987 में फिएट के साथ शुरू हुआ, जहां उन्होंने पंद्रह साल बाद प्रतिद्वंद्वी कार निर्माता लैंसिया में जाने से पहले मार्केटिंग में काम किया।

ऑडी के प्रवक्ता ने की लोंगो की प्रशंसा

कार निर्माता कंपनी और उनके दोस्तों ने फैब्रीजियो लोंगो की असामयिक मौत को अपूरणीय क्षति बताया है। ऑडी के एक प्रवक्ता ने लोंगो की प्रशंसा करते हुए कहा, “फैब्रीज़ियो लोंगो 2013 से इटली में ऑडी ब्रांड का सफलतापूर्वक नेतृत्व कर रहे थे। लगातार 11 वर्षों से प्रीमियम सेगमेंट में ब्रांड की उपस्थिति इसकी पुष्टि करता है। वह सत्यनिष्ठ, संस्कारी, काबिल और संवेदनशील व्यक्ति थे।”