पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में रेड डालने गई ED टीम पर लगभग 250-300 लोगों ने हमला बोल दिया। यहां 24 परगना जिले में ईडी की टीम राशन घोटाला मामले में तृणमूल नेता शाहजहां शेख के ठिकानों पर छापा मारने पहुंची थी। टीम अभी नेता शाहजहां शेख के घर पहुंची ही थी कि लोगों ने उन पर हमला कर दिया। रिपोर्ट के अनुसार, 200 से 300 लोगों ने ईडी के अधिकारियों और अर्धसैनिक बलों को घेर लिया। इस दौरान लोगों ने अधिकारियों के गाड़ियों के साथ भी तोड़-फोड़ की। अभी तक की जानकारी के अनुसार, हमले में किसी के घायल होने की खबर नहीं है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि इस दौरान भीड़ ने मीडिया कर्मियों को भी अपना निशाना बनाया। लोग, ईंट और पत्थर से हमला कर रहे थे।
राशन वितरण घोटाला से जुड़ा है मामला
ईडी पिछले कई महीनों से कथित राशन वितरण घोटाला मामले को लेकर छापेमारी कर रही है। कुछ दिनों पहले ही ईडी ने खुलासा किया था कि पश्चिम बंगाल में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) का लगभग 30 प्रतिशत राशन बाजार में बेच दिया गया। एजेंसी ने खुलासा करते हुए कहा था कि राशन को बेचने के बाद जो पैसा मिला था उसे मिल के मालिकों और पीडीएस डिस्ट्रीब्यूटर्स के बीच बांट दिया गया।
दरअसल, चावल मिल मालिकों ने कुछ सहकारी समितियों की मिलीभगत से किसानों के फर्जी बैंक खाते खोले और उनको दी जाने वाली MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) की राशि को अपनी जेब में भर लिया। प्रमुख संदिग्धों में से एक ने स्वीकार किया है कि चावल मिल मालिकों ने प्रति क्विंटल लगभग 200 रुपये कमाए थे। इन अनाज को सरकारी एजेंसियां किसानों से खरीदने वाली थीं। ईडी ने अपने बयान में का था कि कई चावल के मिल मालिक सालों से यह घोटाला कर रहे हैं।
दरअसल, पिछले साल 14 अक्टूबर को एजेंसी ने आटा और चावल मिल के मालिक बकीबुर रहमान को गिरफ्तार किया था, जिसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। इसके अलावा ईडी ने घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पश्चिम बंगाल के मंत्री ज्योति प्रिया मलिक को भी गिरफ्तार किया था। ज्योति ने 2011 से 21 तक खाद्य आपूर्ति मंत्री थीं। उनके कार्यकाल के दौरान कथित तौर पर राशन वितरण में अनियमितताएं हुईं थीं।