पूर्व सांसद माफिया अतीक अहमद और अशरफ अहमद को गोली मारने वाले युवकों का कहना है कि वे गैंगस्टर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के फैन हैं। ऐसा पुलिस सूत्रों के मुताबिक उन्होने पूछताछ के दौरान कहा है।

सूत्रों के मुताबिक पूछताछ के दौरान तीन शूटर- सन्नी सिंह, अरुण मौर्य और लवलेश तिवारी ने कहा कि पिछले साल मई में पंजाबी रैपर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद से वे लॉरेंस बिश्नोई के फैन बन गए थे। उन्होने बताया कि वह लॉरेंस बिश्नोई के इंटरव्यू सुनते थे।

इंडिया टूडे की खबर के मुताबिक पुलिस सूत्रों का कहना है कि इन तीनों हत्यारों में सनी सिंह लीड कर रहा था और उसके ऊपर पहले से भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। अन्य दोनों शूटरों को भी वही तैयार करके लाया था।

15 अप्रैल की रात प्रयागराज में पुलिस हिरासत में अतीक और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उमेश पाल मामले में आरोपी दोनों मेडिकल जांच के लिए जा रहे थे और मीडियाकर्मियों से बात कर रहे थे, इस ही दौरान दोनों को गोली मार दी गयी। पूरी घटना कैमरे में लाइव कैद हो गई थी। हमलावरों को पुलिस ने पकड़ लिया और 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

जिगाना पिस्टल कहां से आई?

15 अप्रैल की रात जिस पिस्टल से अतीक और अशरफ अहमद की हत्या की गयी उसे जिगाना कहा जाता है। यह भारत में बैन है। इसकी कीमत 5 से 7 लाख बताई जाती है।

इस ही पिस्टल के साथ  लवलेश तिवारी, सनी और अरुण मौर्या ने अतीक और अशरफ की हत्या की थी। सूत्रों के मुताबिक सनी के किसी बड़ी गैंग से जुड़े होने की बात भी सामने आ रही है। फिलहाल तीनों हत्यारे पुलिस की गिरफ्त में हैं। जिगाना है एक सेमी औटोमेटिक पिस्टल है। इसका निर्माण तुर्की की एक कंपनी करती है। इसका उत्पादन 2001 में किया गया था। इसकी कीमत 6 से 7 लाख बताई जाती है।

भारत में यह पिस्टल बैन है इसलिए इसे अवैध तरीके से लाया जाता है। इसका इस्तेमाल सिर्फ तुर्की में ही नहीं बल्कि इसे मलेशियाई आर्मी, अजरबैजान आर्मी, फिलिपिन आर्मी और कई बड़े देशों में होता है। अब लगातार सवाल यह उठ रहा है कि आखिर इन तीनों ने यह पिस्टल कहां से हासिल की थी, क्योंकि तीनों ही बेहद गरीब परिवारों से आते हैं।